भोपाल। कोविड-19 से बचाव के लिए इलाज जरूरी है ही लेकिन इससे कुछ अहतियात से भी बचा जा सकता है। मॉस्क का अनिवार्य रूप से लगाना, बार-बार हाथ धोना और सोशल डिस्टेंसिंग समाज को बीमारी के नजदीक ले जाने से रोक सकती है। इस संदेश को लोगों तक पहुंचाने का बीड़ा अब मसाजिद कमेटी ने उठाया है। इसके चलते शहरभर में मॉस्क प्रचार रथ उतारे गए हैं। शुक्रवार को काजी-ए-शहर सैयद मुश्ताक अली नदवी और शहर मुफ्ती मोहम्मद अबूल कलाम कासमी ने इन रथों को रवाना किया।


मसाजिद कमेटी सचिव यासिर अराफात ने बताया कि जिस तेजी से शहर में संक्रमण बढ़ रहा है और बीमारों की तादाद बढ़ती जा रही है, उस स्थिति में लोगों को जागरुक करना भी जरूरी है। इसके लिए समाज के हर वर्ग की जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने बताया कि मसाजिद कमेटी ने इस अभियान को समाज के लिए अपना दायित्व मानते हुए शहरभर को पांच झोन में बांटा है। इन झोन में अलग-अलग प्रचार रथ जाएंगे और मॉस्क लगाने की अनिवार्यता लोगों को समझाएंगे। इसके साथ ही वे लोगों को फ्री मॉस्क का वितरण भी करते चलेंगे। इन प्रचार रथों से बीमारी से बचाव के तरीके भी लोगों को समझाए जाएंगे। अराफात ने बताया कि शासन द्वारा तय की गई गाइडलाइन के मुताबिक शहर की सभी छोटी-मस्जिदों में लोगों को सीमित संख्या के साथ नमाज पढऩे की ताकीद की जा रही है। साथ ही सभी मस्जिदों में भी लोगों को मॉस्क के साथ आने और सैनेटाइज करने के लिए भी हिदायत दी जा रही है। मसाजिद कमेटी सचिव ने बताया कि शुक्रवार को शहर में उतारे गए प्रचार रथ अब लगातार शहर के विभिन्न हिस्सों में घूमकर मॉस्क प्रचार करते रहेंगे। इस मौके पर नायब शहर काजी सैयद बाबर अली, मुफ्ती जसीम दाद के अलावा बड़ी तादाद में उलेमा और मसाजिद कमेटी के कर्मचारी मौजूद थे।

Adv from Sponsors