ऑटो से मरीजों को मदद पहुंचा रहे जावेद पर 188 की कार्यवाही
भोपाल। बीवी का मंगलसूत्र बेचकर ऑटो एम्बूलेंस बनाकर जरूरतमंद मरीजों की मदद के लिए निकले जावेद खान पर शनिवार को पुलिसिया डंडा चल गया। बैरिकेट चैकिंग के दौरान न सिर्फ जावेद के ऑटो को रोक लिया गया, बल्कि उसे थाने ले जाकर उसके खिलाफ धारा 188 के तहत कार्यवाही भी कर दी गई है। इस बीच ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए इंतजार कर रहे एक परिवार को मुश्किल का सामना करना पड़ गया और मदद के लिए दूसरे दरवाजे खटखटाना पड़ गए।
दो दिन पहले चर्चाओं में आए राजधानी के जावेद खान शनिवार को एक महिला के कॉल पर ऑक्सीजन सेवाएं देने के लिए भानपुर आयुष्मान अस्पताल की तरफ जा रहे थे। इस दौरान ब्रिज के पास लगे बैरिकेटिंग और चैकिंग प्वाइंट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने ऑटो को रोक लिया। जावेद द्वारा इमरजेंसी सेवा के लिए जल्दी में जाने का हवाला भी दिया। लेकिन उसके ऑटो पर एम्बूलेंस या किसी तरह के सेवा पास के चस्पा न होने पर पुलिस ने आपत्ति उठाई और जावेद को ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वाला करार दे डाला। देर तक चले विवाद के बाद ऑटो एम्बूलेंस की सेवाएं दे रहे जावेद पर पुलिस ने लॉक डाउन उल्लंघन की धारा 188 की धारा में मामला दर्ज कर उसको छोड़ दिया है।
पिछले कई दिनों से लोगों को निशुल्क ऑक्सीजन और उनके अस्पताल गंतव्य तक पहुंचाने में जुटे जावेद को पुलिस के इस व्यवहार ने आहत जरूर किया है लेकिन उसके इरादे अब भी मदद के लिए कमजोर नहीं हुए हैं। जावेद का कहना है कि पुलिस उसके खिलाफ कुछ भी कार्यवाही कर ले, लेकिन वे मदद के जिस मिशन पर निकले हैं, वे जारी रखेंगे।
छोला थाना प्रभारी अनिल सिंह मौर्य का कहना है कि जांच के दौरान इस ऑटो को रोका गया था। जिस पर न कोई इमरजेंसी पास चस्पा था और न ही उस पर एम्बूलेंस लिखा हुआ था। रोके जाने पर पुलिस से बदतमीजी करने पर जावेद के खिलाफ 188 की कार्यवाही की गई है।
क्या है ऑटो एम्बूलेंस
अस्पतालों के लिए भागदौड़ करते लोगों को रास्ते में ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराने की मंशा के साथ राजधानी के निवासी जावेद ने ऑटो एम्बूलेंस शुरू की है। इसको तैयार करने के लिए उसने बीवी का मंगलसूत्र भी बेच दिया और जरूरत के लिए कुछ राशि उधारी पर भी ली है। ऑक्सीजन सिलेंडर और सैनटाईजर आदि की सुविधाओं के साथ चल रहे इस ऑटो की सेवा के लिए जावेद लोगों से कोई शुल्क भी वसूल नहीं कर रहे हैं।