पिछले करीब 2 महीनों से AIIMS में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो चुका है। एम्स प्रशासन की तरफ से मेडिकल बुलेटिन जारी करके उनके निधन की पुष्टि कर दी गयी है। आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी 93 साल के थे और उनका जन्म ग्वालियर में हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी को वेंटिलेटर पर रखा गया था और शाम 5 बजकर 5 मिनट पर उन्होंने आखिरी सांस ली. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनका हाल जानने के लिए एम्स पहुंचे थे.
बता दें कि वाजपेयी की हालत बुधवार रात से ही गंभीर बनी हुई थी जिसके बाद देश में उनकी अच्छी सेहत के लिए दुआएं मांगी जा रही थी। गुरुवार सुबह उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अटल का हाल जानने पहुंचे थे। और उस समय ही अफवाह आने लगी थी कि अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया है लेकिन इस बात की कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी थी।
एम्स के शव लेपन विभाग के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। सुरक्षा जांच भी की जा रही है। वाजपेयी के आवास के बाहर स्टेज बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं अटल के रिश्तेदारों को भी दिल्ली बुला लिया गया है।
अटलजी के जाने से पूरा देश शोक में डूब गया है। अटलजी के निधन की खबर से देश की राजनीति को गहरा धक्का लगा है। वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के बाद 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था।
वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे। वह पहली बार 1996 में प्रधानमंत्री बने और उनकी सरकार सिर्फ 13 दिनों तक ही रह पाई। 1998 में वह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने, तब उनकी सरकार 13 महीनों तक चली थी। 1999 में वाजपेयी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और 5 सालों का कार्यकाल पूरा किया।
पीएम मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि अटल जी आज हमारे बीच में नहीं रहे, लेकिन उनकी प्रेरणा, उनका मार्गदर्शन, हर भारतीय को, हर भाजपा कार्यकर्ता को हमेशा मिलता रहेगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके हर स्नेही को ये दुःख सहन करने की शक्ति दे। ओम शांति !
मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है।
हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे। अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। उनका जाना, एक युग का अंत है।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2018
लेकिन वो हमें कहकर गए हैं-
“मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं,
ज़िन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं
मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं,
लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूं?”— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2018