नाबालिग से रेप के आरोप में सजा काट रहे संत आसाराम ने राजस्थान गवर्नर को एक दया याचिका भेजी और सजा को कम करने की मांग की. इस याचिका में आसाराम ने अपने बुढ़ापे का हवाला देते हुए सजा को कम करने के लिए कहा है.
25 अप्रैल को 16 साल की नाबालिग लड़की के साथ रेप में आसाराम को दोषी पाया गया था. इस मामले में 2 जुलाई को आसाराम को राजस्थान हाईकोर्ट ले जाया गया था. राजस्थान के गवर्नर कल्याण सिंह ने इस याचिका को गृह विभाग को भेजा है और इस पर रिपोर्ट मांगी है. विभाग ने इस याचिका को जोधपुर सेंट्रल जेल प्रशासन को भेज दिया और उससे रिपोर्ट मांगी है.
जोधपुर सेंट्रल जेल के अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने बताया कि, ‘हमें आसाराम की दया याचिका मिली है और हमने जिला प्रशासन और पुलिस से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है. जब यह रिपोर्ट मिल जाएगी तब जेल प्रशासन इसे राजस्थान के डायरेक्टर जनरल को भेज देगा.’
बता दें 16 साल की नाबालिग लड़की ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि आसाराम ने ‘मनाई’ आश्रम बुलाकर 15 अगस्त 2013 को उसके साथ रेप किया. रेप के बाद आसाराम ने लड़की को धमकाया कि वह इस बात को किसी से न कहे. हालांकि बाद में जब मामला सामने आया तो सितंबर 2013 में आसाराम को गिरफ्तार कर लिया गया और साथ ही कोर्ट ने आसाराम की सहयोगी शिल्पी और शरद चंद्र को भी 20 साल कारावास की सजा सुनाई थी.