दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल और लेफ्टिनेंट गवर्नर के बीच चल रही खींचतान को अब विपक्षी दलों के नेताओं का भी सपोर्ट मिल रहा है. बता दें कि ये मामला पहले ही सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है इसी बीच समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने राज्यसभा में कहा है कि ‘दिल्ली सरकार के पास कोई शक्ति नहीं है. एलजी दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ चपरासी के तरह व्यवहार करते हैं. यह किसी भी मुख्यमंत्री का अपमान है.’
इसके अल्वा नोएडा से कालिंदी कुंज मार्ग पर दिल्ली मेट्रो रेल सेवा के उद्घाटन समारोह के मौके पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी नोएडा आए थे तब भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित नहीं किया गया था. दिल्ली के सीएम्क अरविन्द केजरीवाल के साथ हो रहे इस बुरे सलूक के मुद्दे को राज्यसभा में आज विपक्षी दलों ने उठाया.
उच्च सदन में दिल्ली विशेष उपबंध संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान सपा के नेता रामगोपाल यादव ने दिल्ली मेट्रो की एक महत्वपूर्ण सेवा के उद्घाटन में दिल्ली के मुख्यमंत्री को नही बुलाने को गलत परंपरा की शुरुआत बताया. इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के नदीमुल हक ने यह मुद्दा उठाते हुए इसे ‘ओछी राजनीति’ का नतीजा बताया.
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विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने स्पष्ट किया कि मजेंटा लाइन पर उत्तर प्रदेश में मेट्रो के रेलखंड के उद्घाटन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. उन्होंने सदस्यों से अनुरोध किया कि वे मेट्रो के चौथे चरण के लंबित पड़े प्रस्ताव को दिल्ली सरकार द्वारा जल्द भेजने को कहें जिससे उस पर काम शुरू हो सकें.