सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति और बढ़ते आतंकवाद को देखते हुए आतंकियों के खिलाफ एक और सर्जिकल स्ट्राइक करने की ज़रूरत है. सोमवार को एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या उनको लगता है कि एक और सर्जिकल स्ट्राइक की ज़रूरत है, तब उन्होंने यह बात कही. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि एक बार फिर आतंकियों के खिलाफ उसी तरह का कदम उठाने की ज़रूरत है. लेकिन हमारी सेना इसे किस तरह से अंजाम देना चाहती है इसके बारे में मैं कुछ भी सार्वजनिक तौर पर नहीं कह सकता.
बता दें कि 18 सितंबर 2016 को उड़ी आतंकी हमले के बाद सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर 28-29 सितंबर की रात को नियंत्रण रेखा के पार जाकर पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया था. अब फिर से ऐसे हालातों को देखते हुए बिपिन रावत ने पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम और आतंकि घुसपैठ पर एक और सरजिकल स्ट्राइक की संभावना जताई है. आतंकियों को रोकने और कश्मीर घाटी में शांति बनाए रखने के लिए उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ ज़रूरी कदम उठाए जाएंगे.
इससे पहले रविवार को रावत ने भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान के साथ वार्ता रद्द करने के फैसले का समर्थन किया और कहा है कि बातचीत और आतंकवाद दोनों साथ नहीं जारी रह सकते. भारत सरकार ने न्यूयार्क में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली बातचीत को रद्द कर दिया था. जम्मू-कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की बर्बर हत्या और आतंकी बुरहान वानी पर पाकिस्तान द्वारा डाक टिकट जारी करने के खिलाफ भारत सरकार ने यह कदम उठाया है.