प्रबंधन कमेटी ने जिम्मेदारों से लगाई गुहार
राजधानी के कबाडख़ाना स्थित कब्रस्तान का मामला अभी ताजा ही है। शहर के बीच स्थित एक और कब्रस्तान मप्र वक्फ बोर्ड के हाथों से छिटकने के हालात बनने लगे हैं। सरकारी रिकार्ड से लेकर वक्फ पंजी और तमाम अदालती आदेशों के बाद भी इस कब्रस्तान पर नगर निगम ने अपना आधिपत्य जता रखा है। इस मामले को लेकर बोर्ड प्रबंधन की ढ़ील वक्फ संपत्ति के नुकसान का सबब बन सकती है। प्रबंधन कमेटी द्वारा लगातार इस बारे में अवगत कराने और शासन-प्रशासन से लड़ाई लडऩे के बाद भी इस तरफ कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है।

सूत्रों के मुताबिक राजधानी के व्यवसायिक क्षेत्र हमीदिया रोड पर स्थित वक्फ कब्रस्तान पर एक काम्पलेक्स और करीब 701 दुकानें बनाने की योजना नगर निगम ने बनाई है। इसके लिए निगम कमिशनर ने ऐलान भी किया है और जल्दी ही इस पर काम शुरू होने की बात कही है। जबकि हकीकत में यह जगह खसरा नंबर 449, 450 और 249 पर मौजूद यह जमीन मप्र वक्फ बोर्ड के 228/279 पर दर्ज है। करीब साढ़े 6 एकड़ से ज्यादा इस जमीन पर नवबहार सब्जी मंडी बरसों से संचालित है और वक्फ बोर्ड के आधिपत्य में है। 1961 के राजपत्र में प्रकाशित है और वक्फ रिकार्ड में इसका पंजीयन वर्ष 1971 से मौजूद है। नगर निगम द्वारा इस पर अपना आधिपत्य दर्शाने को लेकर मप्र वक्फ अभिकरण में चले मामले में अदालत वर्ष 2019 में वक्फ बोर्ड के पक्ष में फैसला भी दे चुकी है।

विवाद के कई साल

वक्फ कब्रस्तान वाके अकब हिन्दू अनाथालय की प्रबंधन कमेटी के मोहम्मद इरशाद और मोहम्मद नईम ने मप्र वक्फ बोर्ड को चि_ी लिखकर आगाह किया है कि नगर निगम द्वारा लगातार कब्रस्तान भूमि पर अपना अधिकार जताने का प्रयास किया जा रहा है। इसके चलते निगम बरसों से इस जमीन पर संचालित होने वाले नवबहार सब्जी मंडी से लगातार तहबाजारी वसूल कर रही है। बताया जाता है कि हरदिन होने वाली हजारों रुपए की वसूली निगम के खजाने की बजाए सीधे संबंधित वार्ड और झोनल कार्यालय के अधिकारियों-कर्मचारियों की जेब में जा रही है। बरसों से जारी इस स्थिति की जानकारी शहर के बड़े राजनेताओं को भी है, लेकिन मामले को एक पक्षीय बताते हुए इस वक्फ संपत्ति को निगम के साथ जोडऩे की कोशिशें तेज हो गई हैं।

बनते हैं विवाद के हालात

लंबे समय से जारी प्रबंधन कमेटी और नगर निगम की लड़ाई के बीच अक्सर विवाद के हालात बनते रहे हैं। जहां प्रबंधन कमेटी अपने अधिकार के मुताबिक सब्जी मंडी की दुकानों की किरायादारी की कोशिश में लगी हुई है, वहीं निगम अपनी तहबाजारी के लिए कोशिश करती रहती है। इस बीच होने वाले विवादों को लेकर दर्जनों बार थाना हनुमानगंज में शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता है कि हालात यही बने रहे तो किसी दिन कोई बड़ा मामला भी यहां हो सकता है।

कमेटी ने लगाए बोर्ड पर आरोप

वक्फ प्रबंधन कमेटी के मोहम्मद इरशाद और मोहम्मद नईम ने कब्रस्तान की जमीन को लेकर बन रहे हालात के लिए मप्र वक्फ बोर्ड के अधिकारियों-कर्मचारियों को जिम्मेदार माना है। उनका कहना है कि बोर्ड के अधिकारी सरकारी और सियासी दबाव में निगम के पक्ष में कार्यवाही कर रहे हैं। वे कहते हैं कि इस मामले में आर्थिक भ्रष्टाचार की संभावनाओं से भी इंकार नहीं किया जा सकता।

खान अशु

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