महात्मा गाँधी की तरह ही अहिंसा के रास्ते पर चलकर सरकारों को झुकाने की ताकत रखने वाले समाजसेवी अन्ना हज़ारे पिछले 7 दिनों से जारी अपने अनशन को आज तोड़ सकते हैं. जानकारी के मुताबिक प्रधाननमंत्री कार्यालय द्वारा भेजा गया ड्राफ्ट उन्होंने स्वीकार कर लिया है. ऐसे में कहा जा रहा है कि अन्ना जल्द ही मीडिया से रूबरू होकर अपना अनशन समाप्त कर सकते हैं.
बता दें कि अन्ना हजारे 23 मार्च से अनशन पर हैं और गुरुवार को ये सातवें दिन में प्रवेश कर गया. उनके सहयोगी दत्ता अवारी ने बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने वाले अन्ना का वजन पांच किलोग्राम से ज्यादा घट गया है और अनशन की वजह से उनका रक्तचाप भी गिरा है.
अन्ना हजारे ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर कहा, ‘कई दिनों से देख रहा हूं कि कई लोग मेरी आलोचना कर रहे हैं और मुझ पर झूठे आरोप लगाकर मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. मैंने जीवन में बहुत आलोचना सहन की है और मुझे इससे कभी डर नहीं लगता ना ही मैं उससे दुखी होता हूं.
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मुझे देश हित के सिवा कुछ नहीं चाहिए, मुझे ना किसी से वोट मांगने हैं, ना कुछ और. दुख केवल इस बात का है कि मेरी आलोचना करने वाले सिर्फ झूठ बोलते हैं और उस पर बात नहीं करते जो मुद्दे मैंने आंदोलन में उठाए. फिर भी भगवान उनका भला करे.’
यहाँ जानिए क्या हैं अन्ना की मांग
-किसानों के कृषि उपज की लागत के आधार पर डेढ़ गुना ज्यादा दाम मिले.
-खेती पर निर्भर 60 साल से ऊपर उम्र वाले किसानों को प्रतिमाह 5 हजार रुपये पेंशन.
-कृषि मूल्य आयोग को संवैधानिक दर्जा तथा सम्पूर्ण स्वायत्तता मिले.
-लोकपाल विधेयक पारित हो और लोकपाल कानून तुरंत लागू किया जाए.
-लोकपाल कानून को कमजोर करने वाली धारा 44 और धारा 63 का संशोधन तुरंत रद्द हो.
-हर राज्य में सक्षम लोकायुक्त नियुक्त किया जाए.
-चुनाव सुधार के लिए सही निर्णय लिया जाए.