वाराणसी: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी में अभी विकास की झलक मात्र दिखायी है और आने वाले पांच वर्षों में काशी विकास की दृष्टि से भी अद्भुत नगरी बनेगी.
वाराणसी से दोबारा सांसद बनने के बाद काशी आये मोदी के साथ यहां पहुंचे शाह ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा ‘‘मोदी ने काशी के विकास के लिए जो गहरी योजना बनायी है, अभी आपने उसकी एक ही झलक देखी है. मुझे पूरा भरोसा है कि मोदी के दूसरे कार्यकाल में काशी विकास की दृष्टि से भी विश्व की अद्भुत नगरी बनेगी.’’
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 की काशी और आज के बनारस में बड़ा अंतर आया है. कोई और क्षेत्र होता तो काम आसान होता, मगर काशी दुनिया की सबसे पुरानी नगरी है. यहां की जनता, यहां की परम्पराओं, यहां की आध्यात्मिकता और ज्ञान की ऊंचाई को संभालने, सहेजने और आगे बढ़ाने के साथ काशी का विकास करना भी बहुत बड़ी बात है.
बीजेपी अध्यक्ष ने सपा-बसपा गठबंधन की तरफ इशारा करते हुए कहा ‘‘उत्तर प्रदेश में जब गठबंधन हुआ तो पूरे देश भर के पत्रकार अंदाजा लगाते थे कि इस बार मोदी की पूर्ण बहुमत की सरकार नहीं बनेगी. लेकिन पार्टी ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि हम चुनाव में 50 फीसदी वोट लेने की तैयारी करें चाहे जिसका भी गठबंधन हुआ हो. मैं काशी की जनता को विशेष रूप से धन्यवाद देना चाहता हूं कि मोदी के नेतृत्व में 50 फीसदी मत हासिल करके राजग ने सत्ता हासिल की.’’
शाह ने कहा कि देश के चुनावी इतिहास में मोदी ने कई बार इस प्रकार की शुरुआत की है जो शायद कहीं और नहीं है. मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री बने तब वह ऐसे पहले मुख्यमंत्री थे, जिन्हें पंचायत के प्रधान तक का चुनाव लड़ने का भी अनुभव नहीं था. मगर साथियों के अनुभव को अपनी शक्ति बनाकर उन्होंने संगठन द्वारा दिये गये दायित्व को अच्छे से निभाया.
उन्होंने कहा ‘‘मोदी जब एक के बाद एक चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने तो पूरे विश्व ने स्वीकार किया कि भारत के सबसे सफल मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं. जनप्रतिनिधि के रूप में मोदी को प्राप्त करना काशीवासियों के लिये सौभाग्य की बात है. ’’
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा ‘‘वर्ष 2014 में मोदी काशी और वड़ोदरा दोनों ही जगह से चुनाव जीते थे. मगर जब चयन का समय आया तो उन्होंने जरा भी देर किए बिना कहा कि मैं काशी के साथ रहना पसंद करूंगा.’’
शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बीजेपी के चुनाव संकल्प पत्र के रोड मैप पर चल रही है. जिस प्रदेश के बारे में कभी कहा जाता था कि वहां विकास के आधार पर नहीं, बल्कि पार्टियों के, जाति के आधार पर चुनाव जीता जाता है, वह उत्तर प्रदेश दो ही साल के अंदर मोदी के बताए विकास के रास्ते पर चल पड़ा है.