नई दिल्ली: बिहार में नीतीश कुमार के साथ मिलकर भाजपा के सरकार बनाते ही गुजरात से खबर आई कि कांग्रेस के कई विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया है. अब ऐसा ही कुछ यूपी में दिख रहा है, यहां भी विपक्षी खेमे में भाजपा सेंध लगाती दिख रही है. समाजवादी पार्टी के तीन और बसपा के एक एमएलसी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. समाजवादी पार्टी के एमएलसी बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह और मधुकर जेटली ने पार्टी पर आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया है. वहीं बीएसपी नेता और पूर्व मंत्री जयवीर सिंह ने भी विधानपरिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
गौर करने वाली बात ये है कि इस्तीफा देने वालों में मुस्लिम शिया समुदाय के जाने माने नेता बुक्कल नवाब भी शामिल हैं. इस्तीफे का ये दौर तब सामने आया है, जब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं. यूपी के सियासी हलकों में खबर है कि इस्तीफा देने वाले ये सभी नेता भाजपा ज्वाइन करेंगे. ये भी कहा जा रहा है कि इन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ और डेप्युटी सीएम दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य के लिए अपनी सीट छोड़ी है.
समाजवादी पार्टी के एमएलसी बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह और मधुकर जेटली ने पार्टी पर आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया है. बुक्कल नवाब ने अखिलेश सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने इनके समुदाय के साथ ज्यादती की है. उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की. वहीं यशवंत सिंह ने इस्तीफा देते हुए कहा कि वे इसलिए समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं, क्योंकि अखिलेश यादव ने चीन की तारीफ की थी.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनका इस्तीफा योगी जी को समर्पित है. गौरतलब है कि यूपी की भाजपा सरकार में सीएम योगी सहित पांच मंत्री ऐसे हैं, जो न तो विधानसभा के सदस्य हैं और न ही विधानपरिषद के. नियम के मुताबिक इन्हें मंत्री बनने के 6 महीने के भीतर किसी एक सदन का सदस्य बनना पड़ेगा. ऐसे में एसपी और बीएसपी के इन एमएलसी के इस्तीफे को इन भाजपा नेताओं के लिए सीट खाली करने से जोड़कर देखा जा रहा है.