नयी दिल्ली: इन दिनों दिल्ली की सबसे पार्टी आप यानि आम आदमी पार्टी के अंदर घमसान से मचा हुआ हैं। लेकिन कोई फिलहाल इस घमासान पर कुछ कहने को राज़ी नहीं है। मगर इसकी शुरुआत हो गई हैं। आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लंबा ने कर दी हैं। दिल्ली की चांदनी चौक विधानसभा सीट से विधायक अलका लांबा की पार्टी नेतृत्व के साथ चल रही अंदरूनी कलह अब खुलकर सामने आ गई है। कुमार विश्वास की तरह की अलका लांबा का भी आरोप है कि उन्हें पार्टी में किनारे किया जा रहा है।
पहले अलका लांबा ने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल पर उन्हें ट्विटर पर अनफॉलो करने और पार्टी संबंधी सभी व्हाट्सऐप ग्रुप्स से हटाने का आरोप लगाया था। इसके अगले दिन पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि अलका लांबा खुद पार्टी से अलग होना चाहती हैं और वह बहाने तलाश रही हैं। इस पर अलका लांबा ने ट्विटर पर लिखा है कि पार्टी में कई ऐसी वजह हैं जिनके लिए उन्हें आम आदमी पार्टी से अलग हो जाना चाहिए, लेकिन वह जनप्रतिनिधि की तरह अपनी सेवाएं जारी रखना चाहती हैं।
अलका ने अपन ट्विटर पर लिखा कि, ‘कारण खोजने की मुझे ही नहीं, बल्कि बहुत से दूसरे विधायकों को भी कोई जरूरत नहीं है। पहले से ही बहुत से ऐसे कारण मौजूद होने के बावजूद भी मेरी तरह दूसरे विधायक आज भी पार्टी से जुड़े हुए हैं। इसे ही विधायकों की कमजोरी समझा जा रहा है। जनप्रतिनिधि के तौर पर मैं जनता के लिए अपनी सेवाएं जारी रखूंगी।’
पिछले कई महीनों से इस बात का अंदेशा जताया जा रहा था की अलका लांबा घर वापसी कर सकती हैं। आप के अंदरूनी सूत्रों ने भी इस बात की पुष्टि की हैं अलका कई महीनों से पार्टी विरोधी गतिविधयों में शामिल हैं। पहले पार्टी उनसे इस्तीफा चाहती लेकिन अब इस बात का इंतज़ार किया जा रहा हैं की वो खुद पार्टी छोड़ दें।