चौथी दुनिया ब्यूरो:समाजवादी पार्टी में चल रहे अंदरूनी घमासान ने कुछ नेताओं को असमंजस में डाल दिया है. वे तय नहीं कर पा रहे हैं कि वे किधर जाए? आजम खान का भी यहीं हाल है. मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच सुलह कराने की आजम खान की कोशिशें अभी तक परवान नहीं चढ़ी हैं. अब सवाल है कि अगर मुलायम और अखिलेश खेमा अलग-अलग चुनाव लड़ते हैं तो आजम कौन सा खेमा चुनना पसंद करेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि इसी दुविधा में फंसे आजम निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं.
चर्चा तो ये भी हुई कि मुलायम सिंह यादव आजम खान को अपना सीएम चेहरा बना सकते है. लेकिन, यह निर्णय बहुत आसान भी नहीं होगा. गौरतलब है कि जब अमर सिंह की सपा में वापसी हुई तो आजम खान अखिलेश की तारीफ में जुट गए जबकि पहले वे मुलायम सिंक के ज्यादा करीबी थे. अब चूंकि सपा में दो खेमे बन गए है तब संभव है कि दोनों पक्ष अपना-अपना उम्मीदवार उतारेंगे. ऐसे में आजम खां हो सकता है कि कहीं निर्दलीय हे एकिस्मत आजमाने मैदान में न उतर पडे.