नई दिल्ली : एअर इंडिया के निजीकरण फैसले के बाद अब दूसरी बड़ी खबर आ रही है कि एअर इंडिया लाइंस अपने कर्मचारियों की बड़ी संख्या में छटनी करने की तैयारी में है. जी हां, मीडिया खबरों के मुताबिक एअर इंडिया अपने कर्मचारियों में से एक तिहाई कर्मचारी की छटनी करने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है. इसके चलते कंपनी लगभग 15 हजार कर्मचारियों को वॉलंटरी रिटायरमेंट देकर अपने राहत की सास लेने में लगा हुआ है.
एक अधिकारी के मुताबिक – एअर इंडिया ने आठ बोइंग 787 वाइड-बॉडी एयरक्राफ्ट को लीज पर देने के प्रस्ताव को रद्द कर दिया गया है. साथ ही एअर इंडिया ने अपने विमान के बेड़े को बढ़ाने के लिए दिए गए सभी ऑर्डर को स्थगित कर दिया है.
कंपनी अधिकारी ने कहा कि अभी कुछ भी अंतिम तौर पर तय नहीं है लेकिन हमारा मकसद जितना हो सके रणनीतिक बिक्री को आसान बनाना है. साथ ही कहा कि किसी भी नए निवेश को रोक दिया जाएगा.
सरकारी सूत्रों के मुताबिक नागर विमानन मंत्रालय और एयर इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों से कहा गया है कि एयरलाइन के 40 हजार कर्मचारियों में से 15 हजार को वीआरएस कैसे दी जा सकती है. इस पर काम चल रहा है.
वहीं, मंगलवार को एयर इंडिया के अध्यक्ष श्री लोहानी कर्मचारियों को आश्वस्त करते हुए पत्र लिखा है कि सरकार और एयरलाइन प्रबंधन ‘आपके वास्तविक और जायज हितों की रक्षा करना चाहते हैं.’ कंपनी प्रवक्ता ने इस पत्र की पुष्टि की है.