नई दिल्ली। 5 घंटे की वोटिंग और 10 घंटे के हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले अहमद पटेल ने राज्यसभा चुनाव की जीत का ताज पहना। हालांकि बीजेपी की झोली में जीत की 2 सीटें आईं, बावजूद इसके इस बार जश्न मनाने का मौका कांग्रेस के पास है। उन्होंने इस जीत को अपने तरीके से मनाया भी।
चुनाव से ठीक पहले जिस तरीके के हालात बने उसके हिसाब से अनुमान लगाया जा रहा था कि कांग्रेस के हाथ से ये सीट फिसल जाएगी। अमित शाह के पैंतरों के आगे कांग्रेस को खुद की जमीन दरकती हुई महसूस होने लगी थी लेकिन अहमद पटेल ने अपने स्तर से मामले को संभाले रखा और जीत को बड़ी चालाकी से अपने हिस्से में कर लिया। कांग्रेस के 2 वोट रद्द होने से जीत का आंकड़ा 43.5 पर पहुंच गया और 44 वोटों के साथ अहमद पटेल को राज्यसभा में एंट्री का पास मिल गया।
भले ही जीत का अंतर छोटा हो, लेकिन कांग्रेस के लिए इस जीत के मायने बहुत बड़े हैं। खासकर गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को इस जीत से ऊर्जा मिलेगी। शायद इसीलिए जीत का जश्न भी झूम कर मनाया जा रहा है।
दरअसल कांग्रेस को इस बार उम्मीद है कि गुजरात में पाटीदारों और दलितों के सहयोग से वो बीजेपी को सत्ता से बेदखल कर सकती है। चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है ऐसे में कांग्रेस को गुजरात में नई ऊर्जा के साथ काम करने का मौका मिल गया साथ ही बीजेपी के बिना कैप्टन वाली टीम के सामने कांग्रेस को एक दमदार नेता भी मिल गया। उम्मीद जताई जा रही है कि अब गुजरात विधानसभा चुनाव की रणनीति अहमद पटेल की बनाई बिसात पर ही बिछाई जाएगी।