नाले में गिरने के सातवें दिन भी दीपक का कोई सुराग नहीं मिल पाया है. बचाव दल को अब तक कचरे के अलावा कुछ नहीं मिला है. एनडीआरफ, एसडीआरएफ के साथ ही डॉग स्क्वायड भी दस साल के बच्चे के इस बच्चे की तलाश कर रहे हैं. मोहनपुर संप हाउस से 30 फीट दूरी की सड़क को खोदकर दीपक की तलाश की जा रही है. इधर घटनास्थल के नजदीक से बदबू आने की सूचना ने भी निगमकर्मियों के कान खड़े कर दिए हैं.
शुक्रवार को निगमकर्मियों के घटनास्थल पर नहीं पहुंचने के कारण ऑपरेशन दीपक देर से शुरू किया गया. दीपक की दादी बबीता देवी ने मौके पर पहुंचकर निगम कर्मियों को सूचना दी कि मेनहोल से बदबू आ रही है, जिसके बाद कर्मियों ने मेनहोल हॉल के अंदर तलाशी अभियान शुरू कर दिया.
डॉग स्क्वायड भी तलाश में
पिछले छह दिनों से निगमकर्मियों और बचाव दल द्वारा गटर से 1.92 लाख लीटर गाद और तीन ट्रॉली कचरा निकाला गया है. इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि गटर के अंदर कितना ब्लॉकेज है. इधर, डॉग स्क्वायड की टीम भी गुरुवार की शाम साढ़े सात बजे पहुंची. स्नीफर डॉग को बोरिंग रोड चिल्ड्रेन पार्क के पास स्थित पुलिस चेक पोस्ट के पास ले जाया गया. वहीं पर दीपक अपने पिता को खाना देने गया था और वापस लौटते वक्त संप हाउस के हौज में गिर गया था. डॉग को दीपक के कपड़े सुंघाये गए. इसके बाद वह वहां से उस हौज तक पहुंचा जहां दीपक के गिरने की बात सामने आ रही है.
गूगल से भी ली जा रही मदद
दीपक की तलाश अब गूगल के भरोसे टिकी है. अभी तक निगम अधिकारियों और एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को उस नाले की लोकेशन की पूरी जानकारी नहीं है जिसमें दीपक का सर्च का ऑपरेशन चल रहा है. अधिकारी कभी गूगल मैप के सहारे नाले का लिंक और लोकेशन खोज रहे हैं तो कभी उम्मीद और अंदाज पर आगे बढ़ रहे हैं.