नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी से निलंबित नेता कपिल मिश्रा की ओर से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर लगाए गए सनसनीखेज आरोपों के बाद मंगलवार को दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र पर सबकी नजरें थीं लेकिन इस दौरान ‘आप’ ने ईवीएम से कथित तौर पर छेड़छाड़ का मामला उठा दिया।
इस विशेष सत्र की शुरुआत अल्का लांबा ने की उन्होंने कहा कि ईवीएम में छेड़छाड़ करना संभव है. उन्होंने कहा की ईवीएम टैंपरिंग के मामले पर आप नेताओं ने तीन बार दिल्ली चुनाव आयोग से जानकारी मांगी, लेकिन अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई।
अल्का का आरोप था कि दिल्ली नगर निगम के चुनाव जनरेशन थ्री की मशीनें होने के बावजूद जनरेशन वन की मशीनों से कराए गए। अल्का ने कहा कि चुनाव आयोग ने पर्याप्त ईवीएम होने के बावजूद राजस्थान से ईवीएम मशीनें मंगाईं।
सत्र के दौरान आप नेता सौरभ भारद्वाज एक ईवीएम जैसी मशीन लेकर सदन में पहुंचे। उन्होंने ‘डेमो’ देकर यह साबित करने की कोशिश की कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है।
इस सत्र में बीजेपी सदस्य कथित तौर पर हुए 1 हजार करोड़ के घोटाले का मुद्दा उठाना चाहा, लेकिन स्पीकर ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा की रजामंदी नहीं दी है। बीजेपी नेता विजेंदर गुप्ता कुछ दस्तावेज लेकर पहुंचे थे, लेकिन स्पीकर ने न केवल दस्तावेज सदन में रखने की मंजूरी नहीं दी, साथ ही बीजेपी का स्थगन प्रस्ताव भी खारिज कर दिया।