एक प्रभारी, सरकार पर भारी

मेहमान बनकर आए थे, मालिक बनकर बैठ गए प्रभारी टीआई

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भोपाल। जरूरत और मौके की नजाकत को देखते हुए पाबंद किए गए एक प्रभारी थाना प्रभारी को क्षेत्र इतना भा गया कि स्थाई टीआई की नियुक्ति हो जाने पर भी थाने से हटने को राजी नहीं है। विभागीय और सरकारी आदेश को दरकिनार कर वे अब तमाम सियासी रसूख जुटा रहे हैं। इस सबके बीच मुश्किल में वह साहब आ गए हैं, जिनकी नियुक्ति इस थाने में की है। मामले को लेकर चहल पहल इसलिए भी है कि प्रभारी थाना प्रभारी का छोटा कार्यकाल बड़े घोटालों और उनकी शिकायतों से भरा हुआ है।

मामला पुराने शहर के थाना तलैया का है। यहां के प्रभारी दिनेश प्रताप सिंह हमेशा चर्चाओं में रहते है या ये कहा जाए उन्हें चर्चाओ में रहने का शोक है। 30 मार्च 2020 कोरोना काल में मौखिक आदेश पर थाना तलैया की कमान उन्हें सौंपी गई थी। गौरतलब है कि थाना तलैया बहुत ही संवेदनशील इलाका है। यहां हमेशा से टीआइ को ही कमान दी जाती है। जबकि प्रभारी बनाए गए दिनेश प्रताप के कार्यकाल में अपराधों में इज़ाफ़ा हुआ है। बढ़ते अपराध को लेकर शहर के लोगों ने चिंता भी ज़ाहिर की। समय समय पर और अधिकारियों से भी शिकायत की गई, मगर थाना प्रभारी अधिकारियों पर भी भारी रहे। जिसके चलते किसी शिकायत पर कोई मंथन नहीं किया गया।

तबादले के बाद भी जाने को राज़ी नहीं थाना प्रभारी, टीआई कर रहा आदेश का इंतज़ार
15 जनवरी को अधिकारी द्वारा जारी किए गए आदेश में थाना प्रभारी का तबादला क्राइम ब्रांच में हुआ है, मगर सिंह वहां जाने को तैयार नहीं हैं। दूसरी तरफ तलैया थाने की कमान टीआई मनोज सिंह को दी जानी है, टीआई का तबादला भोपाल तलैया थाने में हुआ है। सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक मनोज सिंह अधिकारियों के आदेश का इंतज़ार कर रहे हैं और उनके कार्यलय के चक्कर भी लगा रहे हैं।

सियासी दबाव का दौर शुरू
सूत्रों का कहना है कि सिंह ने अपनी तलैया थाने की सीट बचाए रखने के लिए सियासी दबाव बनाना शुरू कर दिया है। बताया जाता है वे अब तक पुलिस के आला अफसरों को कई राजनेताओं के फोन लगवा चुके हैं। एक अधिकारी ने यहां तक भी कह दिया कि वे इस मामले में न बात करना चाहते हैं और न किसी के कहने से आदेश बदलने वाले हैं, बावजूद इसके सिंह की पैरवी के लिए एक पूर्व विधायक उक्त पुलिस अधिकारी के पास पहुंच गए। सूत्रों का कहना है भाजपा नेताओं से बेहतर ट्यूनिंग रखने वाले दिनेश कुमार सिंह की एक मंत्री से भी नजदीकी हैं, जिनके सहारे वे अपनी मर्जी की पोस्टिंग पाते रहे हैं। दर्जनों शिकायतों के बाद भी अधिकारी उनके खिलाफ कार्रवाई करने से इसी वजह से बचते रहते हैं।

इनका कहना है
मामले की जानकारी मिली है। आदेश का पालन करवाया जाएगा। इस बारे में उच्च अधिकारियों से चर्चा की जा रही है।
विजय कुमार खत्री,
पुलिस अधीक्षक, उत्तर


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