उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के एक प्राइमरी स्कूल में मिड-डे मील में बच्चों को नमक-रोटी परोसने के मामले में नया मोड़ आ गया है। योगी सरकार ने अपनी हिटलरशाही दिखाते हुए इस खबर को दिखाने वाले ही पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जिला प्रशासन ने उस स्थानीय पत्रकार के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया है जिसने इसका वीडियो बनाया था। पुलिस ने इस मामले में स्थानीय पत्रकार पवन जायसवाल के खिलाफ साजिश करने के तहत एफआईआर दर्ज की है।
स्थानीय पत्रकार पवन जायसवाल के खिलाफ एफआईआर में पत्रकार पर ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि के साथ मिलकर साजिशन नमक-रोटी खाने का वीडियो बनाने का आरोप लगा है। पुलिस ने पत्रकार पवन जायसवालऔर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार पाल व एक अन्य अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 120-B, 186, 193 और 420 के तहत केस दर्ज किया है।
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— Editors Guild of India (@IndEditorsGuild) September 2, 2019
इस मामला में पुलिस अधीक्षक अवधेश पांडेय ने बताया कि सीडीओ और अन्य द्वारा की गई जांच के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इसकी विवेचना थाना अहरौरा द्वारा की जा रही है। दो नामजद व एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सोमवार को एक आरोपी की गिरफ्तारी की गई है।
वहीं इस मामले में एडिटर्स गिल्ड ने सरकार के इस कदम की आलोचना की है और सरकार से मांग की है कि पत्रकार पर से सारे मामले वापस लिए जाए। गिल्ड ने बयान जारी करते हुए कहा है, ‘इस प्रकार की घटना निंदनीय है। गिल्ड ने कहा सरकार का कदम चौंकाने वाला है।’ गिल्ड ने कहा, ‘सरकार को यह जांच करनी चाहिए कि मिड डे मिल में इस तरह की बात कहां सामने आ रही है. लेकिन सरकार ने इसके बदले एक पत्रकार पर ही मामला दर्ज कर दिया.’