एक मालवाहक जहाज के चालक दल के पांच भारतीय सदस्य यूनान की जेल में 14 महीने से अधिक समय बिताने के बाद स्वदेश लौट आये हैं. मालवाहक जहाज ‘एमवी एंड्रोमेडा’ को नौ जनवरी, 2018 को यूनान तटरक्षक बल ने अपने कब्जे में ले लिया था. इस जहाज को विस्फोटक सामग्री ले जाने के आरोप में कब्जे में लिया गया था.
हालांकि यह साबित हो चुका था कि जहाज में पटाखें बनाने के लिए केवल कच्चा माल था. बावजूद इसके जहाज के चालक दल को एक साल से ज्यादा का समय जेल में बिताना पड़ा.छह जनवरी, 2018 को यूनान पहुंचने पर तटरक्षक बल ने विस्फोटक सामग्री ले जाने के आरोप में जहाज को अपने कब्जे में ले लिया था.
स्वदेश लौटे भारतीय चालक दल के सदस्यों में से एक भूपेन्द्र सिंह ने बताया, कि यह विस्फोटक सामग्री वैध थी. स्थानीय अधिकारियों ने उन दस्तावेजों की जांच नहीं की जो यूनान जहाज के मालिक के पास थे.
वहीं चालक दल दूसरे सदस्य गगनदीप ने कहा कि जिस कंपनी का यह जहाज था उसने उसे पिछले 23 महीनों का वेतन भी नहीं दिया.भारतीय चालक दल के अन्य सदस्यों में रोहतास कुमार, जयदीप ठाकुर और सतीश पाटिल शामिल हैं.ये सभी सोमवार को केंद्रीय जहाजरानी मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और उन्हें पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा देंगे.