अभी हाल में में संसद में भाषण के दौरान साल 2014 में लापता हुए 39 भारतीयों के ईराक में मारे जाने की पुष्टि की थी जिसके बाद अब विदेश राज्यमंत्री वीके ईराक गये थे और अब सोमवार को वहां से 38 भारतीयों के अवशेषों को लेकर भारत आने वाले हैं. वीके सिंह ने इस सम्बन्ध में एक ट्वीट भी किया है. वीके सिंह ने इससे पहले मारे गये भारतीयों के ताबूतों को भी सहारा दिया था.
बता दें कि इराक के मोसुल में आईएस ने 39 भारतीयों की हत्या कर दी थी, लेकिन एक का डीएनए पूरी तरह से मैच नहीं करने के चलते वहां से क्लीयरेंस नहीं मिली है और इसीलिए सिर्फ 38 शवों के अवशेष ही भारत आ रहे हैं. इन भारतीयों के मारे जाने की आशंका जून 2014 में जताई गई थी लेकिन कोई पुख्ता सबूत नहीं होने की वजह से ये यह नहीं पता चल सका था लेकिन जब बाद में जांच की गयी तब इस बारे में पुष्टि की हो सकी थी.
कुछ ज़िम्मेदारियों का बोझ काफी ज्यादा होता है। #RestInPeaceMyFellowIndians pic.twitter.com/7cyKDOySvY
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) April 2, 2018
20 मार्च को सुषमा ने संसद में 39 भारतीयों के मारे जाने की पुष्टि की थी। ये भी कहा था, “हम चाहते थे कि हर तरफ से हम संतुष्ट हो जाएं कि ऐसी कोई अनहोनी हुई है।” बता दें कि जनरल वीके सिंह 1 अप्रैल को ईराक गये थे और इराक जाते वक्त उन्होंने कहा था, “वहां से आने के बाद पहले अमृतसर, फिर कोलकाता और फिर पटना जाकर मारे गये भारतीयों के शव उनके परिजनों को शव उनके परिजनों को सौपेंगे.
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अवशेषों को बगदाद एयरपोर्ट से भारत लाया जाएगा. ईराक में भारतीय राजदूत प्रदीप राजपुरोहित ने बताया कि अवशेषों को रविवार को ही भारतीय अफसरों को सौंप दिया गया है. भारतीयों के अवशेष लाने बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर से लाए जा रहे हैं. बता दें कि बोइंग सी-17 एक बड़ा मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है. बता दें कि सिंह ने कहा था, “हमें एक आदमी का शव केस पेंडिंग होने की वजह से नहीं मिलेगा. हम उसके परिवार को सबूतों के साथ ताबूत सौंप देंगे, जिससे उन्हें कोई शंका न रहे.