जम्मू कश्मीर: कुलगाम में आतंकियों और सुरक्षाबलों की मुठभेड़ ख़त्म हो गई है. सेना ने अपना सर्च ऑपरेशन भी पूरा कर लिया है. इस मुठभेड़ में सेना ने पुलवामा आतंकी को अंजाम देने वाले संगठन जैश के तीन आतंकी को मार गिराया है. वहीं आतंकियों से लोहा लेते हुए जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी अमन ठाकुर और सेना के हवलदार शहीद हो गए हैं. जबकि इस पूरे ऑपरेशन में एक मेजर और जवान भी घायल हुए है. शहीद डीएसपी अमन ठाकुर को आज अंतिम विदाई दी जाएगी.
जम्मू के रहने वाले डीएसपी अमन ठाकुर की शहादत की खबर के बाद से ही जम्मू में उनके घर पहुँची पूरे इलाक़े में मातम पसरा गया है. शहीद डीएसपी अमन ठाकुर अपने पीछे माता पिता, पत्नी, एक छोटे बेटे और भाई को छोड़कर गए हैं.
अमन ठाकुर 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और वह पिछले डेढ़ साल से कुलगाम में काउंटर टेररिज्म विंग का नेतृत्व कर रहे थे. अनुकरणीय सेवा के लिए पिछले महीने उन्हें डीजीपी का कमेंडेशन मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान किया गया था.
कल मुठभेड़ में आतंकियों और डीएसपी अमन ठाकुर और उनकी टीम का सीधा आमना सामना हो गया था, उन्होंने एक आतंकी को वहीं ढेर के दिया था जबकि पीछे से चली एक गोली उनके सिर में लगी थी. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी.
सुरक्षाबलों के साथ हुए एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों में से दो की पहचान कुलगाम के राकिब अहमद शेख और गुलजार अहमद भट्ट के रूप में हुई है. तीसरा आतंकवादी पाकिस्तानी बताया जा रहा है.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के बाद से सुरक्षाबलों का आतंकियों के खिलाफ बड़े स्तर पर ऑपरेशन जारी है. पुलवामा में 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे. इसके ठीक बाद 18 फरवरी को तीन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया.