मध्य प्रदेश कांग्रेस ने नागरिकता कानून के खिलाफ भोपाल में ‘संविधान बचाओ न्‍याय शांति यात्रा’ निकाली। इसका नेतृत्व खुद मध्य प्रदेश सीएम कमलनाथ ने किया। सीएए और एनआरसी कानून को संविधान के खिलाफ बताते हुए कमलनाथ ने कहा कि इस कानून का भारी दुरुपयोग हो सकता है। देश के संविधान के खिलाफ केंद्र की सरकार जा रही है, इसके लिए हमें लड़ना है।

मध्य प्रदेश सीएम ने कहा कांग्रेस की संस्कृति सभी धर्मो को जोड़ने की रही है, ये कानून तोड़ने वाला है। संविधान की रक्षा के लिए आज हम सब यहां एकत्रित हुए है। भाजपा देश को गुमराह करने का काम कर रही है, जिसके खिलाफ हम सड़क पर उतरे हैं।

एनआरसी पर प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह के बयानों में विरोधाभास पर कमलनाथ ने कहा, सवाल यह नहीं है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री क्या कह रहे हैं। वे अलग-अलग बातें क्यों कर रहे हैं। सवाल यह भी नहीं है कि कानून में क्या शामिल है। जो शामिल है उसको लेकर हम सड़क पर नहीं हैं। यह इसके उपयोग के बारे में नहीं बल्कि इसके दुरुपयोग के बारे में है। इसका दुरुपयोग किया जा सकता है।

भोपाल में कांग्रेस का ये शांति मार्च मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में टी टी नगर क्षेत्र के रंगमहल चौराहे से शुरू हुआ और मिंटो हाल के पास गांधी प्रतिमा पर खत्म हुआ। राज्य के कांग्रेस के ज्यादातर नेता इस मार्च में शामिल हुए। कांग्रेस के इस मार्च का लेफ्ट सहित कई दूसरी पार्टियों ने भी समर्थन किया है।

नागरिकता संशोधन एक्ट, 2019 को हाल ही में सदन से मंजूरी मिली है। इस कानून में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के शरणार्थियों को नागरिकता का प्रस्ताव है। कांग्रेस इस कानून का कड़ा विरोध कर रहे हैं।

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