भारत में बलात्कार की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं. आए दिन कोई न कोई बलात्कार की घटना सामने आती रहती है. सरकार बलात्कार को रोकने के लिए फैसले तो लेती है, लेकिन बलात्कारियों को किसी का कोई डर नहीं. बता दें, अब सरकार बलात्कारियों को रोकने और पीड़ितों को इन्साफ दिलाने के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग जैसी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करनी वाली है.
गुरूवार को फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फॉरेंसिक स्पेशलिस्ट से कहा कि वे जल्द से जल्द बलात्कार के मामलों में पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग का इस्तेमाल करें. केंद्र सरकार ने फॉरेंसिक जांच में डीएनए तकनीक की अहमियत के मद्देनजर डीएनए प्रौद्योगिकी नियमन विधेयक-2018 को मंजूरी दे दी है.
प्रधानमंत्री ने कहा, तेजी से बढ़ते अपराध से निपटने की खातिर हमें नई तकनीकें विकसित करनी होंगी, जिससे कि अपराधी बच ही नहीं पाएं. उन्होंने कहा कि अपराधी और अपराध करने का तरीका लगातार जितनी तेजी से बदल रहा है, हमें भी उतनी तेजी से बदलना होगा.
अपने भाषण में मोदी ने कहा, “आपने हाल ही में देखा होगा कि मंदसौर बलात्कार मामले में अदालत ने दो महीने के अंदर सुनवाई पूरी की और दो राक्षसों के खिलाफ फैसला सुनाया. ऐसा ही कुछ मध्यप्रदेश और राजस्थान के कुछ अन्य मामलों में भी हुआ है.” उन्होंने कहा कि इस तकनीक का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाना चाहिए, ताकि इंसाफ दिलाने में तेजी लाई जा सके.