कर्नाटक विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, चुनावी प्रचार और भी आक्रामक होता जा रहा है. दोनों तरफ से तीखे जुबानी तीर छोड़े जा रहे हैं. चुनाव में अब महज एक हफ्ते का समय बचा है और प्रधानमंत्री भी पूरी तरह से प्रचार में जुटे हुए हैं. शनिवार को शिमोगा के गडग में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. पूरे भाषण के दौरान वे भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस पर हमलावर रहे और कहा कि अब समय आ गया है कि आप राज्य की भलाई के लिए यहां से कांग्रेस को उखाड़ फेंकें.
सभाओं में जनसमूह से जुड़ने के लिए प्रधानमंत्री भाषणों में नए-नए प्रयोग करते रहते हैं. इसी कड़ी में उन्होंने आज पीपीपी का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि 15 मई को परिणाम आने के बाद कांग्रेस पीपीपी यानि कि पंजाब-पुडुचेरी परिवार कांग्रेस रह जाएगी. कर्नाटक में कांग्रेस ने सबकुछ दांव पर लगा दिया है. प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर बंटवारे की राजनीति करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बंटवारे की राजनीति कर चुनाव जीतने के लिए छटपटा रही है और सरकार बनाने के लिए तड़प रही है.
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि सीएम सिद्धारमैया के लिए तो बाप-भैया से पहले रुपैया आता है. कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने यहां एक टैंक बनाया है जिससे जनता का पैसा लूटा जाता है और यह पैसा सीधा पाइप से दिल्ली पहुंचता है. कांग्रेस की चिंता है कि अगर यहां सरकार हार गई तो कांग्रेस के लिए पैसे कहां से आएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि करप्शन का टैंक भरने के लिए कांग्रेस ने राज्य में वसूली माफियाओं का एक नेटवर्क तैयार किया है. कांग्रेस को इसकी भी चिंता है कि अगर सरकार चली गई तो उनका क्या होगा.