सुशांत सिंह राजपूत एक ऐसा कलाकार जिसकी मुस्कुराहट उसका परिधान थी। सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की खबर सुनकर यकीन नहीं हो रहा है कि एक ऐसा युवा कलाकार जिसके चेहरे को देखकर कभी नहीं लगता था कि इसे कोई दुख होगा। किसी को क्या पता था कि सुशांत सिंह राजपूत के इसी हंसते-खेलते चेहरे के पीछे ऐसा कौन सा दुख और दर्द था जिसकी वजह से उन्हें यह आत्महत्या जैसा कडा कदम उठाना पडा। सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की है या उनकी मौत का कोई अन्य कारण है, यह भी जांच-पडताल का विषय है।

सुशांत सिंह राजपूत का जन्म बिहार राज्य के पटना में कृष्ण कुमार सिंह और उषा सिंह के घर 21 जनवरी 1986 को हुआ था। उनका पैतृक घर बिहार के पूर्णिया जिले में है। उनकी एक बहन, मीतू सिंह, राज्य स्तर की एक क्रिकेटर हैं। 2002 में सुशांत सिंह राजपूत के सिर से माँ का साया उठ गया और उसी वर्ष सुशांत सिंह राजपूत का परिवार पटना से दिल्ली आ गया।

सुशांत सिंह राजपूत ने पटना के सेंट करेनस हाई स्कूल और नई दिल्ली के कुलाची हंसराज मॉडल स्कूल में पढ़ाई की। उन्होंने 2003 में डीसीई प्रवेश परीक्षा में सातवां स्थान प्राप्त किया था, और दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) में प्रवेश प्राप्त किया था। वह भौतिकी में राष्ट्रीय ओलंपियाड विजेता भी थे। कुल मिलाकर सुशांत सिंह राजपूत ने 11 इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं को पास किया, जिसमें इंडियन स्कूल ऑफ माइंस भी शामिल है। एक्टिंग करियर बनाने के लिए सुशांत सिंह राजपूत ने बीच में ही पढाई छोड दी।

सुशांत सिंह राजपूत ने अपने करियर की शुरुआत टेलीविजन धारावाहिकों से की। उनका पहला शो स्टार प्लस का रोमांटिक ड्रामा किस देश में है मेरा दिल (2008) था, इसके बाद जी टीवी के लोकप्रिय धारावाहिक पवित्र रिश्ता (2009-11) में काम किया। पवित्र रिश्ता धारावाहिक में मानव देशमुख के किरदार को निभाकर सुशांत सिंह राजपूत ने देश के घर-घर में अपनी पहचान बनाई। पवित्र रिश्ता में मानव देशमुख के रुप में सुशांत सिंह राजपूत को अंकिता लोखंडे के साथ काफी पसन्द किया गया। यहीं से सुशांत सिंह राजपूत के एक्टिंग करियर का ग्राफ बढने लगा। इसके साथ ही सुशांत सिंह राजपूत ने ‘जरा नचके दिखा’ – (सीजन 2) और झलक दिखला जा (सीजन 4)  में प्रतिभागी के रूप में हिस्सा लिया।

सुशांत सिंह राजपूत ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत काई पो छे! (2013) फिल्म से की थी, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ पुरुष पदार्पण के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकन मिला। इसके बाद इस टीवी एक्टर को फिल्म अभिनेता के रुप में पहचाना जाने लगा। टीवी एक्टर से बाॅलीवुड एक्टर बने सुशांत सिंह राजपूत ने अपने अभिनय से सभी का दिल जीत लिया। काई पो छे! के बाद सुशांत सिंह राजपूत ने रोमांटिक कॉमेडी फिल्म शुद्ध देसी रोमांस (2013) में परणीति चोपडा के साथ काम किया, फिल्म को काफी पसन्द किया गया। सुशांत सिंह राजपूत ने सहायक अभिनेता के रुप मे आमिर खान और अनुष्का शर्मा के साथ पीके (2014) में काम किया।

इसके बाद स्पोर्ट्स बायोपिक एम.एस. धोनीः द अनटोल्ड स्टोरी (2016) में अपने अभिनय से सबका दिल जीत लिया। एम.एस. धोनीः द अनटोल्ड स्टोरी 2016 की सबसे अधिक कमाई वाली बॉलीवुड फिल्मों में से एक बन गई। सुशांत सिंह राजपूत के प्रदर्शन की आलोचकों द्वारा व्यापक रूप से प्रशंसा की गई और फिल्म की रिलीज से पहले ही क्रिकेटर के उनके चित्रण की सराहना की गई। फिल्म में अपने प्रदर्शन के लिए, सुशांत सिंह राजपूत को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए अपना पहला नामांकन मिला।

2017 में, सुशांत सिंह राजपूत, दिनेश विजान की राब्ता में, कृति सेनन के साथ दिखाई दिए। 2018 में, सुशांत सिंह राजपूत केदारनाथ फिल्म में दिखाई दिए, जो कि केदारनाथ, उत्तराखंड की प्राकृतिक आपदाओं की पृष्ठभूमि में सेट की गई एक प्रेम कहानी है, जिसमें उन्होने सारा अली खान के साथ काम किया। 2019 में, सुशांत सिंह राजपूत अभिषेक चैबे की सोनचिरैया फिल्म में भूमि पेडनेकर के साथ दिखाई दिए। सुशांत सिंह राजपूत आखिरी बार 6 सितंबर 2019 को रिलीज हुई नितेश तिवारी की फिल्म छिछोरे (2019) में श्रद्धा कपूर के साथ दिखाई दिये। उन्होंने जैकलीन फर्नांडीज के साथ एक्शन/ड्रामा फिल्म ‘ड्राइव’ में अभिनय किया, जो नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई।

सुशांत सिंह राजपूत ने अपने 12 साल के टेलीविजन और फिल्मी करियर में अपने अभिनय से सबका दिल जीता और हिंदी सिनेमा में अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी। लोकप्रिय अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का यूँ अचानक जाना हिंदी फिल्म जगत और उनके चाहने वालों के लिए अत्यंत दुखद एवं स्तब्धकारी है। सुशांत सिंह राजपूत प्रतिभाशाली युवा कलाकार थे, अभी 34 साल ही उनकी उम्र थी। सुशांत सिंह राजपूत बॉलीवुड का एक उभरता हुआ सितारा था, सुशांत ने 12 साल के टेलीविजन और फिल्मी करियर में धारावाहिक पवित्र रिश्ता से लेकर कई हिंदी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया। सुशांत सिंह राजपूत का मुस्कुराता हुआ चेहरा हमेशा याद आयेगा। सुशांत के परिजनों, दोस्तों और प्रशंसको को हमेशा एक बात का मलाल रहेगा कि उनको ऐसी क्या परेशानी थी जिसको वो मन ही मन में दबाकर घुटते रहे और उन्हें यह कदम उठाने के लिये मजबूर होना पडा। अपने जीवन में काफी संघर्षों के बाद सफलता की सीढियां चढने वाला सुशान्त कैसे अपने जीवन से हार गया। एक मध्यमवर्गीय परिवार से आया यह नौजवान अभिनेता अपने अभिनय और मेहनत के दम पर फर्श से अर्श तक पहुंचा। उनका यूँ चले जाना उनके परिजनों और प्रशंसकों के लिये अत्यन्त पीड़ादायक है और यह फिल्मजगत के लिए एक बड़ा नुकसान है। ईश्वर उनके परिवार एवं प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति दे।

लेखक

– ब्रह्मानंद राजपूत

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