जम्मू कश्मीर में पुलवामा हमले के बाद बारामुला जिले से एक अच्छी खबर सामने आई है, जहां कश्मीर के युवा सेना की भर्ती प्रक्रिया में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते नजर आए हैं आपको बता दें कि सेना में 111 वैकेंसी के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी. वहीं दूसरी तरफ युवाओं से जब यह पूछा गया, कि सेना में भर्ती की प्रक्रिया में हिस्सा लेते हुए उन्हें कैसा लग रहा है ? तो कश्मीरी युवाओं का यह जवाब था, कि जम्मू कश्मीर के युवाओं के लिए यह एक अच्छा मौका है सेना में भर्ती होने के साथ-साथ वह अपने परिवार का खर्चा भी उठा सकेंगे और देश की सेवा में अपना योगदान भी दे सकेंगे.


जम्मू कश्मीर में युवाओं की बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है और यह एक चर्चा का विषय भी लंबे समय से बना हुआ है, क्योंकि जम्मू कश्मीर में उद्योग नहीं है इस वजह से वहां बड़ी मात्रा में युवा बेरोजगार ही होते हैं, पुलिस और सेना में भर्ती इसके अलावा सरकारी स्कूल, अस्पताल और दूसरे सरकारी कार्यालय ही उनके लिए रोजगार पैदा करते हैं. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर जम्मू कश्मीर में युवाओं को रोजगार मिलेगा तो युवाओं का ना सिर्फ भटकना कम होगा, बल्कि जो युवा गुमराह होकर आतंकवाद का रास्ता अपनाते हैं इस तरह की घटनाओं में भी काफी कमी आएगी.

पिछले दिनों जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद एक बार फिर जम्मू कश्मीर के युवाओं पर भी सवाल पैदा हो गया था, जिसके बाद जम्मू कश्मीर में युवाओं की बेरोजगारी बड़े चर्चा का विषय बन गई है. जिसपर बिना राजनीती किये केंद्र और राज्य दोनों को सोचना चाहिए.

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