पंचकूला: हरियाणा के पंचकूला सेक्टर-6 के जनरल अस्पताल में चल रहे एमआरआई एंड सिटी स्कैन सेंटर में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. 22 सितंबर की शाम 59 साल के बुजुर्ग राम मेहर जब अपनी जांच करवाने अस्पताल आए तो डॉक्टरों ने उनको स्कैनिंग के किए एमआरआई मशीन में डाला लेकिन बाहर निकालना भूल गए.

पंचकूला पुलिस को दी गई शिकायत में बुजुर्ग ने कहा है कि उसने बाहर निकलने के लिए काफी जोर आजमाइश की लेकिन बेल्ट से बंधा होने के कारण वह मशीन से बाहर नहीं आ पाए. जब मशीन के भीतर सांस लेना दूभर हो गया और राममेहर को लगा कि अगर वह जल्द ही बाहर ना निकले तो दम घुटने से उनकी मौत हो जाएगी तो उन्होंने आखिरी बार जोर लगाया और किसी तरह बेल्ट खुल गई.

पीड़ित ने सरकारी कर्मचारियों की गंभीर लापरवाही की शिकायत हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, डीजी हेल्थ डॉ. सूरजभान कंबोज, सेक्टर-5 पुलिस थाने में दी है. जिसमें उसने यह भी लिखा कि यदि मैं 30 सेकंड और बाहर नहीं आता तो मेरी मौत निश्चित थी.वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि टेक्नीशियन ने ही मरीज को बाहर निकाला, सीसीटीवी फुटेज चैक करवा रहे हैं.

सेंटर इंचार्ज अमित खोखर ने बताया मैंने टेक्नीशियन से बात की है, पेशेंट का 20 मिनट का स्कैन था, टेक्नीशियन को लास्ट 3 मिनट का सीक्वेंस लेना था, आखिरी के 2 मिनट रह गए थे. मरीज को पैनिक क्रिएट हुआ और वह हिलने लग गया था. उन्हें हिलने के लिए मना किया था. टेक्नीशियन दूसरे सिस्टम में नोट्स चढ़ा रहा था, जब एक मिनट रह गया था तो टेक्नीशियन ने देखा मरीज आधा बाहर आ गया था.

टेक्नीशियन ने ही मरीज को बाहर निकाला.पंचकूला के सेक्टर 5 पुलिस स्टेशन के एसएचओ राजीव मिगलानी ने कहा कि उनको राम मेहर की तरफ से एक तरफ से एक शिकायत प्राप्त हुई है मामले की क्योंकि अभी विभागीय जांच जारी है और जैसे ही विभाग की जांच पूरी होगी उसके बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

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