अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने बीते महीने आत्महत्या कर ली थी। अचानक हुई उनकी मौत को लेकर पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है। बीते कुछ समय से बॉलीवुड के कई सितारे सुशांत सिंह राजपूत की सीबीआई से जांच करवाने की मांग कर रहे हैं। वहीं देश के कई बड़े राजनेताओं ने भी अभिनेता की सीबीआई जांच की मांग की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। ऐसे में सुब्रमण्यम स्वामी के वकील ईशकरण ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच को लेकर नई जानकारी दी है।

वकील ईशकरण सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार अपडेट दे रहे हैं। अब उन्होंने अभिनेता के फैंस को भरोसा दिलाया है कि उन्हें इंसाफ मिलेगा। ईशकरण ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘कई लोगों ने अब उम्मीद खो दी है कि सुशांत को न्याय मिल पाएगा या नहीं। तभी मैंने सोच लिया था कि मैं इस मामले में सीबीआई जांच कराकर रहूंगा। अब इस मामले में कुछ प्रगति होती दिख रही है, जंग लंबी जरूर है लेकिन न्याय होकर रहेगा।’

वहीं अपने दूसरे ट्वीट में ईशकरण ने एक और बड़ी जानकारी दी। ईशकरण ने बताया कि उन्होंने मुंबई पुलिस को चिट्ठी लिख सुशांत सिंह राजपूत के मुंबई वाले फ्लैट को पूरी तरह से सील करने की मांग की है। उनके अनुसार मुंबई पुलिस ने अभी तक सुशांत के फ्लैट को ठीक से सील नहीं किया है। वकील ईशकरण ने अभिनेता की सभी चीजों को भी संभालकर रखने की अपील की है।

वहीं सुब्रमण्यम स्वामी ने भी सुशांत सिंह राजपूत की सीबीआई जांच करवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। इस पत्र में लिखा था, ‘मेरे एसोसिएट इन लॉ ईशकरण भंडारी ने सुशांत सिंह राजपूत की कथित सुसाइड पर कुछ रिसर्च की है। हालांकि पुलिस एफआईआर दर्ज करने के बाद अभी भी मामले की जांच कर रही है। मैंने मुंबई में स्थित अपने सूत्रों से सुना है कि इस मामले में बॉलीवुड के कई बड़े नाम, जिनके दुबई के डॉन से संबंध हैं, इसे पुलिस जांच के जरिए कवर-अप करना चाहते हैं। ताकि इसे अपनी मर्जी से की गई खुदकुशी साबित किया जा सके।

पत्र में आगे लिखा था, ‘चूंकि महाराष्ट्र सरकार के पास ऐसे कई बड़े लोगों की राय है। जिनसे यह साबित हो जाए कि मिस्टर राजपूत ने खुदकुशी की है। इसलिए जनता के भरोसे के लिए मैं यह मांग करता हूं कि मुंबई पुलिस इसकी निष्पक्ष जांच करे। इसलिए इस देश के मुखिया होने के नाते और मासूम लोगों के लिए आपके झुकाव को देखते हुए, मैं आपसे गुजारिश करता हूं कि आप महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को सीधे या राज्यपाल के जरिए सीबीआई जांच के लिए सहमत कर सकते हैं। मुंबई पुलिस पहले ही कोरोना वायरस पैंडेमिक और दूसरे मामलों में व्यस्त है। जनता के भरोसे को बहाल करने के लिए सीबीआई जांच जरूरी है।’

 

Source : LNI

Adv from Sponsors