उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की मौत हार्ट अटैक से नहीं बल्कि उनकी हत्या की गई थी। ये खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से हुआ है। पहले ये खबर आई थी की पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की अप्राकृतिक मौत हुई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने धारा 302 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है।

इससे पहले रोहित की मां उज्ज्वला तिवारी ने भी खुलासा किया था कि रोहित की मौत एक बड़ी साज़िश का नतीजा है। उनके बेटे रोहित मानसिक यंत्रणा दी गई। उज्ज्वला ने कहा कि जिन्होंने बेटे को अवसाद में डाला, वे उनका नाम जरूर बताएंगी, लेकिन बाद में। उन्होंने कहा कि मन में बहुत सी बातें हैं, लेकिन ये बात करने का उचित समय नहीं है। बहुत सी बातें करनी हैं।

उन्होंने साफ़ इशारा किया था की मौत किन अवसादों में हुई, और उसके पीछे कौन लोग हैं, ये मैं जरूर बताऊंगी। उज्ज्वला ने साफ किया कि रोहित को न्यूरो से संबंधित कोई भी समस्या नहीं थी।

रोहित शेखर तिवारी का मंगलवार को निधन हो गया था। साउथ दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में रोहित पत्नी और मां के साथ रहते थे। उन्हें साकेत मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस उपायुक्त (साउथ) विजय कुमार ने बताया कि रोहित को शाम करीब पांच बजे अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि उनकी मां उज्ज्वला भी इसी अस्पताल में भर्ती थीं। उन्हें उनके बेटे के अस्वस्थ होने और नाक से खून बहने की खबर घर से मिली थी।
शेखर के नाक से खून निकल रहा था। घर पर मौजूद नौकरों ने शेखर की मां को फोन किया जो उस वक्त अस्पताल में चेक अप करवाने गई थीं। शेखर की मां उज्ज्वला अस्पताल से डिफेंस कालोनी घर पहुंचीं और फिर एम्बुलेंस से शेखर को मैक्स अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने शेखर को मृत घोषित कर दिया, मौत की वजह अभी क्लियर नहीं है।

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