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नई दिल्ली : अभी हाल ही में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेज़ी से वायरल हो रही थी जिसमें केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह खुले में पेशाब करते हुए दिखाई दे रहे थे साथ ही में उनको कुछ गार्ड पहरा भी दे रहे थ. इतने बड़े पद पर होने के बावजूद मंत्री जी पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी लेकिन बात जब आम आदमी की आती है तो सारे नियम क़ानून धरे के धरे रह जाते हैं. जी हाँ खुले में पेशाब करने के लिए हरिद्वार के एक जूनियर इंजीनियर पर जुर्माना लगाया गया है.

हरिद्वार के ज़िलाधिकारी दीपक रावत कुछ रोज़ पहले, कलेक्ट्रेट परिसर से गुजर रहे थे कि उनकी नज़र पेशाब करते व्यक्ति पर पड़ी. उसे रोककर उन्होंने डांट लगाई और खुले में पेशाब न करने की हिदायत दी.

व्यक्ति ने जब अपना परिचय सरकारी अधिकारी के रूप में दिया तो ज़िलाधिकारी ने उस पर 5000 रुपए का जुर्माना लगाने का आदेश जारी कर दिया. जिस व्यक्ति पर जुर्माना लगाया गया है वो अधिकारी म्युनिसिपैलिटी में ही कार्यरत जूनियर इंजीनियर हैं.

बीबीसी की खबर के अनुसार रावत ने कहा है कि, “अगर नियम है तो चालान करना चाहिए. चालान नहीं किए जाते हैं तो लोग भी बाज़ नहीं आते. बात सिर्फ़ अधिकारी की नहीं है. सबकी है. जागरूकता अभियान तो बहुत चल चुका है. अगर कोई जानते-बूझते नियम तोड़ता है तो दंडित करना पड़ेगा.”
हरिद्वार के डीएम के मुताबिक, “कुछ चीज़ें हम आदतन कर रहे हैं. जबकि कलेक्ट्रेट में तो टॉयलेट पहले से हैं. तो ये आदत है जो हम इस तरह का काम करने लगते हैं.”

खुले में पेशाब करने को लेकर हरिद्वार के डीएम की सख्ती रंग ला गई. लेकिन प्रेक्षकों का कहना है कि राह चलता कोई साधारण लेकिन जागरूक व्यक्ति अगर खुले में किसी को पेशाब करने से रोकता है तो उसे ही उल्टा बुरा-भला सुनना पड़ जाता है.

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