मेरे मित्र डॉ सुनिलम जी ने मेरी फेसबुक पोस्ट जॉर्ज फर्नांडीज और नितीश कुमार ने ऊत्तर भारत मे संघ परिवार को प्रतिष्ठित करने का पाप की सजा मिलनी चाहिए? इस सवाल पर सुनिलम जी ने जॉर्ज फर्नांडीज के अल्जाइमर रोग का जिक्र करते हुए कहा कि मैने इस तरह की कडी टिप्पणियाँ नहीं करनी चाहिए !मै 15-16 साल की उम्र का था तबसे जॉर्ज फर्नांडीज मेरे हीरो रहे हैं ! मुम्बई के मजदूरोके तेज तररार नेता जॉर्ज फर्नांडीज को देखते देखते बडा हुआ हूँ ! और यह आदमी भारत की नेशन बिल्डिंग में मुसलमानों की कॉन्ट्रिबुशन इस विषय पर जिस धारा प्रवाह धन्ग्से कभी बोले है वह ऑडियो टेप मेरे पास कभी था जो कोलकता के मोस्चर में खरब हो गया है !

वही जॉर्ज फर्नांडीज जब भरी लोक सभा मे भारत के कौनसे दंगेमे औरतो के ऊपर अत्याचार नहीं हुये हैं ? तो गुजरात के दंगों के दौरान हुये महिला अत्याचार की इतनी बात क्यो हो रही है ? ऐसा सवाल पुछ रहा है और उनकी अपनी ही कलिग मृणाल गोरे और भारत की पहली महिला विश्वविद्यालय एस एन डी टी की व्हाईस चांसलर श्रीमती सुमा चिट्णीस ने ऑडियो-वीडियो टेप सुरत और बडौदा के मुसलमान औरतों के बलत्कार के अपनी रिपोर्ट मे दी है ! और जॉर्ज फर्नांडीज भारत के संसदीय लोकतंत्र के मंदिर में इस तरह बलात्कार का समर्थन करने की बात करते है ?
जान बुझकर अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जॉर्ज फर्नांडीज के नेतृत्व में कमिटीने मुरली मनोहर जोशी के साथ कंधमाल मे फादर स्टेन और उसके दो छोटे बच्चो को जीप में जलाने वाले लोगों को क्लीन चिट दे देना! क्या यह उस हीरो जॉर्ज फर्नांडीज के साथ मेल खाती है ? क्या अल्जाइमर रोग की शुरुआत तभि से हो गई थी ?

27 फरवरी की रात को नरेंद्र मोदी के साथ रात के दो बजे मुख्यमंत्री आवास पर गाँधीनगर में खाना खाने के समय जॉर्ज फर्नांडीज भी थे ! और भारतीय सेना के तरफसे 3000 जवानो को लेकर भेजे गए लेफ्टिनेंट जनरल जमीरुद्दींन शाह जब श्याम से लेकर 1 बजे तक फोन कर के थक गये तो अपनी साथ लाई हुई जिप्सी और लोकल गाईड के साथ मुख्यमंत्री आवास पर पाहुचकर देखा ! तो मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी जी को और उस समय के देश के रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीज को ! और जॉर्ज फर्नांडीज ने बहुत गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि जनरल साहब बहुत सही समय पर आप आ गये हो अब आप गुजरात के दंगों को रोकिए तो शाह ने कहा था कि सर मै अपने हवाईजहाज से देखा हूँ कि पूरा गुजरात जल रहा है ! और मैं श्याम से लेकर अबतक अहमदाबाद के कमिशनर,गुजरात के होम सेक्रेटरी,चीफ सेक्रेटरी से लेकर सभी सम्ब्धीत लोगों से बात करने की कोशिश की लेकिन मुझे कही से भी लोजेस्टीक के लिए रिस्पांस नहीं मिला ! तो मै अभि यहा तक आया हूँ ! और मुख्यमंत्री जी को बोलिये कि मुझे लोजेस्टीक प्रोव्हाईड करे !

और जॉर्ज फर्नांडीज ने नरेंद्र मोदी जी को कहा कि नरेंद्र भाई जनरल साहब को जो भी कुछ चाहिए सब प्रोव्हैड कीजिए लेकिन उसके बावजूद तिन दिनो तक भारतीय सेना के 3000 जवान अहमदाबाद एयरपोर्ट के बाहर नहीं निकल सके !
नरेंद्र मोदी जी की बात छेड़िये  वह तो अपनी महत्वाकांक्षाओं के लिए हिंदू रुह्दय सम्राट की छवि बनाने के लिए विशेष रूप से उस दंगे का उपयोग कर रहे थे! लेकिन हमारे हीरो फायरब्राँड समाजवादी सेक्युलर जॉर्ज फर्नांडीज को रक्षा मंत्री रहते हुए अपनी सेना के जवानों का अपमान करने वाले लोगों की सरकार को बर्खास्त करने की सलाह अटल बिहारी वाजपेयी जी को नहीं दे सकते थे ?

जब की वह रक्षा मंत्री के साथ उस सरकार का जो एन डी ए नामक गठबंधन के अध्यक्ष पद पर आसीन थे ! उल्टा अटल बिहारी वाजपेयी जी को राजधर्म का पालन करना भी आपका कर्तव्य है यह कहना पडा ! पर जॉर्ज फर्नांडीज और नितीश कुमार उस समय एन डी ए की सरकार के प्रमुख मंत्रियो मे शामिल थे ! और इन दोनों समाजवादीयोने अपने समाजवादी होने का कौन सा परिचय दिया था ? एक दो मजदूरोकी हत्या पर केरल की सरकार को इस्तीफा देने के लिए कहनेवाले डॉ राम मनोहर लोहिया के शिष्यों को इस तरह के मौत के सौदागरोंके साथ देते हुए कुछ भी लाज शर्म नहीं आई ? और हम इन्हे समाजवादी समझकर कुछ भी नहीं बोले ? डॉक्टर साहब क्या हो गया है आपको ? कौनसी मजबुरी है ? क्यों आप गलत लोगों का पक्ष ले रहे हो?उल्टा यह सब कुछ होनेके बावजूद लोक सभा मे गुजरात दंगों की उपर चली बहस में सरकार का पक्ष मे बोलते हुए उन्होने गुजरात दंगों का सिर्फ समर्थन ही नही किया था तो महिलाओ के साथ हुये बलात्कार कि घटनाओ का भी समर्थन किया था और डॉ सुनिलम आपकी राजनीति विश्व स्तर की है!

मै सिर्फ और सिर्फ 1989 अक्तूबर के महीनेमे हुये भागलपुर दंगा जो गुजरात से 13 साल पहले हुआ है ! और उसकी ईंटेंसीटी देखकर मै इस नतीजेपर आया हूँ कि भारत की राजनीति आनेवाले 50 साल की (1990 मे लिखा बोला था) सिर्फ और सिर्फ सांप्रदाईक समस्या के इर्दगिर्द सिमट कर रह जायेगी !और हमारे अपके जीवन भर के महत्वपुर्ण मुद्दे जिनपर हमारे पर्यावरण संरक्षण,विस्थापन,बेरोजगारी,शिक्षा,स्वास्थ,भ्रस्टाचार,महंगाई और दलित,आदिवासियो,महिलाओ के अत्याचार सब मुद्दे सेकंडरी हो जायेंगे !

डॉक्टर साहब आप एन ए पी मे भी सक्रिय हो मै उसके संस्थापको मेसे एक हूँ और मैं यही बातें उसमे भी करता था तो मुझे सुरेश भागलपुरी वगैरा वगैरा बोलकर मजाक का पात्र बना दिया था और जिस नर्मदा बचाओ आंदोलन ने एन ए पी एम को अपने कब्जे में ले लिया उनके अपने क्षेत्र में फिर वह निमाड़ हो या धुलिया या डांग के भिल्ल,पावरा तथा अन्य लोगों को शबरी कुंभ मेला में जाते हुए देखा है और उस्केभी पहले गुजरात दंगों के दौरान क्या हुआ था यह बात जगजाहिर है !और 27 फरवरी की सुबह की साबरमती एक्सप्रेस के एस 6कोच में आग लगने के समय भारतीय रेल मंत्रालय का काम कर रहे थे नितीश कुमार क्या नितीश कुमार को मालुम नहीं कि यह षड्यंत्र के पिछे कौन लोग है और क्यो नही उस घटना का रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं किया ?

लालूप्रसाद यादव के साथ गठबंधन करकेही पिछ्ले चुनाव में मुख्यमंत्री पद पर आसीन होने का लाभ उठा रहे हैं और अचानक इस्तेफे का नाटक करना और तुरंत ही कुछ घंटा भी नहीं हुआ था कि बिजेपी के गठबंधन में शामिल होने की कौनसी नैतिकता का काम किया है और उसके बाद उन्होंने बिहार में क्या तिर मार डाला ? लॉकडाऊन के बाद देश के कोने-कोने से बिहार के मजदुरसब नंगे पांव हजारो किलोमीटर चलने के लिए मजबुरी किसके कारण ? और आपको बडी सहानूभूति हो रही है ? ऐसा सवाल पूंछो तो बुरा मत मानना और अभि यह पोस्ट लिखने के बिच मे ही मुझे पटना से एक बुजुर्ग मुस्लीम मित्र का फोन आया था और उन्होने कहा कि अभि अभि मेरे घर पर एक चुनाव कर्मचारियो में से एक वोटर का पत्र जारी किया है जिसमे हमारी पोती का नाम नहीं है यह उस कर्मचारिको बोला तो उसने कहा कि हम अभितक 130 घर होकर आ रही है और इस तरह के नाम गायब की तक्रार 90%लोगों ने की है ! यह तो मुसलमानो को मतदाता सूची से ही गायब करने का षड्यंत्र है !

जो गोलवलकर ने कहा हैं कि मुसलमान दोयम दर्जे का नागरिक रहेंगे उन्हें कोई भी बराबर के अधिकार जो हिन्दुओ को मिलते है वह नहीं देने चाहिए और हिन्दुओ की सदशयता पर अस्रित होकर रहना होगा ! और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार में काम कर रहा संघ परिवार !

डॉ सुरेश खैरनार 27 अक्तूबर 2020,नागपुर

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