उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद इलाक़े में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है.बंदरों के हमले में अब तक कई लोग घायल हो चुके हैं. ताजा मामला इंदिरापुरम के शिप्रा सनसिटी फेज-1 का है जहां बंदरों के हमले का शिकार हुए एक साफ्टवेयर इंजिनियर की जान तो बच गई, लेकिन पैर में फ्रैक्चर जरुर हो गया.

बताया जा रहा है कि पेशे से सॉफ्टवेयर इंजिनियर शिप्रा सनसिटी फेज-1 के फ्लैट -201 सी में रहते हैं. बीते शनिवार शाम जब वे छत की मुमटी पर रखी पानी की टंकी चेक करने गए थे. तो वहां बैठे बंदरों के झुण्ड ने उन पर हमला कर दिया. अचानक हुए हमले से घनश्याम खुद को संभाल नहीं पाए और 10 फुट की ऊंचाई से छत पर गिर पड़े. जिसके चलते उनके एक पैर में फ्रैक्चर हो गया.

यहां के निवासियों का कहना है कि इलाक़े में बंदरों का आतंक दिन बा दिन बढ़ता जा रहा है. हालांकि कुछ महीने पहले नगर निगम की मदद से बंदरों को पकड़ा भी गया था. लेकिन बंदरों की संख्या कोई कमी नज़र नहीं आई. बंदरों की आतंक इतना बढ़  गया है कि बालकनी में कपड़े सुखाना और खड़ा होना तक मुश्किल है. बन्दर किसी भी वक्त अचानक हमला करके लोगों को घायल कर देते हैं.

वहीं बंदरों से रिहायशी इलाक़े में रहने वाले लोगों को हो रही दिक्कतों पर दिनेश चंद्र सिंह, नगर निगम आयुक्त दिनेश चंद्र सिंह ने कहा है कि नगर निगम की टीम वन विभाग की टीम के साथ मिलकर सोसायटी का संयुक्त निरीक्षण करेगी. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. बंदरों के आतंक से वैशाली, वसुंधरा और कौशांबी के कई इलाक़े और साहिबाबाद ही नहीं वैशाली, वसुंधरा और कौशांबी के कई इलाक़े बंदरों के आतंक से परेशान हैं.

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