केरल का एक युवक बिना किसी जुर्म के जेल जाना चाहता था। उसने कई बार पुलिस को उसे गिरफ्तार जेल भेजने को कहा, लेकिन पुलिस नहीं मानी। इसके बड़ा युवक ने ये फैसला किया कि वो कुछ ऐसा करेगा की पुलिस को उसे जेल भेजना ही होगा। सनकी युवक ने खुद को जेल की चारदीवारी में कैद करने की खातिर  कमिश्नर ऑफिस के बाहर   खून-खराबा  मचा दिया। यह मामला केरल के कोझीकोड का है।

जहां 33 साल के युवक प्रवीण दास ने जेल जाने के लिए वो सब किया जो आम आदमी सोंचता भी नहीं है। वलायम के रहने वाले इस प्रवीण दास ने जेल जाने की खातिर बिना वजह एक युवक पर चाकू से हमला कर उसे बुरी तरह से घायल कर दिया। उसने इस वारदात को कमिश्नर ऑफिस के बाहर अंजाम दिया ताकि वो आसानी से पकड़ा जा सके।

इतना ही नहीं चाकू मारने के बाद यह शख्स खुद हाथों में खून से लथपथ चाकू लेकर कमिश्नर के ऑफिस में दाखिल हो गया और उसने वहां सुरक्षाकर्मियों के सामने बड़ी ही तसल्ली के साथ सरेंडर कर दिया।

जानकारी के मुताबिक कोझीकोड के मनानचीरा के नजदीक स्थित फुटपाथ पर प्रवीण दास किसी भिखारी या फिर किसी राहगीर का इंतजार कर रहा था। लेकिन जब काफी देर तक उसे वहां कोई नजर नहीं आया तो उसने कमिशनर ऑफिस के बाहर तैनात एक सुरक्षा गार्ड पर चाकू से हमला कर दिया। हमला करने के बाद वो कमिश्नर  के ऑफिस के अंदर घुस गया।

उसके पीछे-पीछे जख्मी हालत में सुरक्षा गार्ड भी कमिशनर के ऑफिस तक गया लेकिन थोड़ी ही देर बाद वो बेहोश होकर गिर पड़ा। हमले में बुरी तरह घायल गार्ड को इलाज के लिए तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मामले की जांच कर रहे कसाबा थाने के सब इंस्पेक्टर केवी स्मितेश ने कहा कि प्रवीण दास बेरोजगार था और वो किसी भी कीमत पर जेल जाना चाहता था। पुलिस को आरोपी के पास मिले कुछ कागजातों से यह पता चला है कि वो तमिलनाडु का रहने वाला हो सकता है।

आरोपी शख्स ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वो पिछले कई दिनों से जेल जाने की कोशिश कर रहा था और इसीलिए उसने इस घटना को अंजाम दिया।

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