भोपाल: आज वूमंस डे (International Women’s Day ) के मौके पर मध्यप्रदेश में एक खास नजारा देखने को मिला, जिसमें भोपाल से बिलासपुर के बीच चलने वाली भोपाल बिलासपुर एक्सप्रेस गाड़ी क्रमांक 18235 में लोको पायलट,गार्ड, टिकट चेकर और जीआरपी कॉन्स्टेबल सभी के सभी महिलाएं थी. मध्यप्रदेश में महिलाओं का यह कारनामा भावी पीढ़ी की लड़कियों के लिए एक आदर्श के रूप में देखा जा रहा है और यह माना जा रहा है कि जो लड़कियां आज स्कूल में पढ़ रही हैं वह इनको देखकर अपने आदर्श को निर्धारित करेंगी. वैसे तो भारतवर्ष में नारी तू नारायणी यानी महिलाओं को देवी का रूप समझा जाता है. कहा यह भी जाता है कि नारी ही इस सृष्टि के रचयिता है और बिना नारी के यह संसार महत्वहीन हो जाएगा.
खबर के साथ दी गई तस्वीर में आप देख सकते हैं, कि बिलासपुर एक्सप्रेस में महिला गार्ड ने हरी झंडी का सिग्नल दिखाकर गाड़ी को रवाना किया, वहीं दूसरी तस्वीर में आप देख सकते हैं कि लोको पायलट बैठ कर गाड़ी चला रही है, तीसरी तस्वीर में आपको दिखाई दे रही महिला टिकट चेकर. कुल मिलाकर यह तस्वीर और यह खबर महिलाओं के सम्मान के प्रतीक है, जिससे यह साबित होता है कि महिलाएं यानी नारी घर संभालने के साथ साथ अपने काम का निर्वहन भी उतनी ही जिम्मेदारी से करती हैं. इसलिए नारी का जीवन कठिन जरूर है लेकिन उन्हें भी समानता और सम्मान का अधिकार है और मध्य प्रदेश की इन महिलाओं ने यह साबित कर दिया है, कि आज के इस युग में महिला किसी से भी पीछे नहीं है. इंटरनेशनल विमेंस डे पर महिलाओं की तस्वीर दर्शाती है कि आज के युग में महिलाओं ने अपने आप को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है.
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