sonia-gandhi-varanasiकांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी बाबा विश्वनाथ के दर्शन तो नहीं कर पाईं, लेकिन लोगों की अच्छी खासी संख्या के दर्शन से उनकी उम्मीदें फिर से परवान चढ़ी हैं. वाराणसी के रोड शो के दरम्यान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत अचानक बिगड़ गई और कार्यक्रम बीच में ही स्थगित कर उन्हें विशेष विमान से दिल्ली लौट आना पड़ा. उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले माहौल बनाने के लिए कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र चुना. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बीते दिनों वाराणसी में जबरदस्त रोड शो किया. हालांकि तबीयत खराब हो जाने की वजह से रोड शो पूरा नहीं हो सका. सोनिया बाबा विश्वनाथ के भी दर्शन नहीं कर पाईं. सोनिया ने अपने संदेश में कहा है कि तबियत खराब होने की वजह से वे काशी विश्वनाथ के दर्शन नहीं कर पाईं. स्वस्थ होते ही वे जल्दी काशी लौटेंगी और विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करेंगी.

वाराणसी की सड़कों पर सोनिया गांधी का अभूतपूर्व स्वागत हुआ, लोगों ने फुल बरसाए और चौकाघाट में सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रों ने शंख और रुद्राक्ष की माला भेंट की. लोगों की भीड़ से कांग्रेसियों में उत्साह है. रोड शो में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर, सांसद प्रमोद तिवारी और पीएल पुनिया, वाराणसी के कांग्रेस नेता अजय राय समेत कई जाने-पहचाने चेहरे शामिल थे, इन नेताओं का कहना था कि सोनिया के इस रोड शो से कांग्रेस में बिजली आ गई है. कांग्रेस ने सोनिया के रोड शो के लिए उन इलाकों को चुना था, जो दलित मुस्लिमों की आबादी वाले इलाके हैं. सड़कों पर उमड़ी भीड़ के बीच सोनिया का काफिला जिधर से गुजरा उधर लोग फुल-माला लेकर खड़े मिले. कांग्रेस की रणनीति भी यही रही है कि नरेंद्र मोदी को उन्हीं के संसदीय क्षेत्र में घेरा जाए. वाराणसी में छात्रों, युवाओं और महिलाओं ने उनका जबरदस्त स्वागत किया. खास कर मुस्लिम महिलाओं में सोनिया के प्रति भारी आकर्षण देखने को मिला. काजीसादुल्ला पुरा में तो हजारों की तादाद में मुस्लिम महिलाओं ने सोनिया का स्वागत किया. सर्किट हाउस से लेकर इंग्लिशिया लाइन तक आठ किलोमीटर लंबा यह रोड शो करीब तीन घंटे तक चला. रोड शो खत्म होने से कुछ देर पहले लहुराबीर चौराहे पर कार्यक्रम को कुछ देर के लिए रोकना पड़ा. बाद में रोड शो सोनिया के बगैर ही आगे बढ़ा. लेकिन सोनिया के जाने के बाद रोड शो में वह आकर्षण नहीं दिखा और भीड़ भी काफी कम हो गई.

सर्किट हाउस में सोनिया ने बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मार्च की शुरुआत की और इस पवित्र शहर की गलियों और संकरे मार्गों से गुजरीं. सोनिया की गाड़ी के साथ-साथ करीब 10 हजार कार्यकर्ता मोटरसाइकिलों पर सवार होकर कांग्रेस अध्यक्ष के कारों के काफिले की अगुवाई कर रहे थे. वाराणसी में रोड शो का आयोजन करके कांग्रेस यह दिखाना चाहती थी कि कांग्रेस ही भाजपा का एकमात्र मुकाबला कर सकती है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा भी कि 2014 विपक्षियों के लिए चमत्कार था. इस बार कांग्रेस के लिए चमत्कार होगा. लब्बोलुबाव यह है कि कांग्रेस पार्टी इस बार उत्तर प्रदेश के चुनाव में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है. इस बार कांग्रेस आलाकमान ने राज बब्बर को राज्य के पार्टी प्रमुख के रूप में चुना और शीला दीक्षित को अपना सीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया है. रोड शो के बहाने कांग्रेस को मोदी पर प्रहार करने का भी मौका मिला. कांग्रेस का आरोप है कि प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने के बावजूद वाराणसी विकास के मामले में उपेक्षित है.

कांग्रेस ने यूपी की दुर्दशा का बखान करते हुए 27 साल, यूपी बेहाल के पोस्टर भी लगा रखे थे और खुद को इस बदहाली से अलग करते हुए कांग्रेस नेता खुद को उद्धारक के रूप में प्रस्तुत कर रहे थे. कांग्रेस 27 वर्षों से उत्तरप्रदेश की सत्ता से बाहर है और वह 27 साल, यूपी बेहाल के नारे के साथ यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि राज्य की स्थिति इन 27 वर्षों में बद से बदतर हो गई है. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की यह पहली वाराणसी यात्रा थी. पूर्वी उत्तरप्रदेश में वाराणसी महत्वपूर्ण स्थान है. राज्य के 403 विधानसभा क्षेत्रों में से 160 पूर्वी उत्तर प्रदेश में पड़ते हैं. वाराणसी इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां के सांसद हैं. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने केवल दो सीटें अमेठी और रायबरेली जीती थी. जबकि भाजपा और सहयोगी अपना दल को 80 में से 73 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. अब कांग्रेस 2017 के विधानसभा चुनाव पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है, क्योंकि राजनीतिक प्रेक्षकों का भी मानना है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का असर 2019 के लोकसभा चुनाव पर भी पड़ेगा. प

मोदी ने पूछा सोनिया गांधी का हाल

वाराणसी के रोड शो में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत खराब हो जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका हालचाल पूछा और उनके स्वस्थ होने की कामना करते हुए ट्‌वीट भी किया. मोदी ने सोनिया के इलाज के लिए डॉक्टर भेजने और उन्हें दिल्ली लाने के लिए विशेष विमान भेजने की भी पेशकश की. मोदी ने सोनिया का हालचाल लेने के लिए शीला दीक्षित से भी फोन पर बात की थी.

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