भोपाल। शहर के मुस्लिम अनुयायियों को पांच वक्त की नमाज के लिए अजान देकर बुलाने वाले मुअज़्ज़िन और मस्जिदों में इस्लाम का फर्ज अदा कराने के लिए पाबंद रहने वाले ईमाम अब इलाज के लिए परेशान नहीं होंगे। राजधानी के एबी अस्पताल और मसाजिद कमेटी के बीच हुए करार के साथ अब इन लोगों और इनके परिवार को मुफ्त इलाज मिलेगा। की गई व्यवस्था में विभिन्न तरह की जांच और दवाईयों में भी रियायत देने की तैयारी की गई है।

मंगलवार को काजी-ए-शहर सैयद मुश्ताक अली नदवी ने एबी हॉस्पीटल में मेडिकल डेस्क का उद्घाटन किया। अस्पताल के संचालक मंडल में शामिल डॉ. जफर हसन ने बताया कि इस योजना के तहत शहर और आसपास के जिलों (रायसेन और सीहोर) के ईमाम और मुअज़्ज़िन को अस्पताल में मुफ्त ओपीडी उपलब्ध कराई जाएगी। यहां इन साहेबान के लिए ओपीडी का अलग से समय निर्धारित रहेगा, जिसमें सभी तरह के विशेषज्ञ डॉक्टर मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मौजूद जांच सुविधाओं में ईमाम-मुअज़्ज़िन को रियायत दी जाएगी। इसके अलावा इनको दवाएं भी रियायती दाम पर उपलब्ध कराई जाएंगी। डॉ. जफर ने बताया कि इसके लिए मसाजिद कमेटी ने एबी अस्पताल के साथ करार किया है, जिसके लिहाज से एक निश्चित राशि का भुगतान कमेटी द्वारा अस्पताल को किया जाएगा।

कार्यक्रम में मौजूद मसाजिद कमेटी के सचिव एस.एम सलमान ने बताया कि महंगा होता जा रहा इलाज ईमाम-मुअज़्ज़िन को मिलने वाले कम वेतन के लिहाज से तालमेल नहीं बैठा पा रहा है। इसी धारणा के साथ इस योजना पर काम शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि मसाजिद कमेटी से संबद्ध भोपाल रियासत के करीब साढ़े पांच से ज्यादा ईमाम-मुअज़्ज़िन को इस योजना के दायरे में शामिल किया जा रहा है। इसके बाद स्थितियों के अनुसार बाकी मस्जिदों के ईमाम-मुअज़्ज़िन को भी इस योजना से जोड़ा जाएगा और उनको इसका फायदा दिलाया जाएगा। कार्यक्रम में मसाजिद कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल हफीज भी मौजूद थे।

कम वेतन में कर रहे गुजारा

मर्जर एक्ट के तहत जारी व्यवस्था के मुताबिक मसाजिद कमेटी भोपाल रियासत के तीनों जिलों भोपाल, रायसेन और सीहोर के ईमाम-मुअज्जिन को वेतन भुगतान करती है। बरसों से जारी इस व्यवस्था के तहत अब भी ईमाम-मुअज्जिन को बेहद कम वेतन पर काम करना पड़ रहा है। 15 महीने की कांग्रेस सरकार के दौरान मसाजिद कमेटी के अनुदान में बढ़ोत्तरी कर दी गई थी, जिसके बाद इन्हें मौजूदा वेतन से दोगुना मिलने की उम्मीदें जागी थीं। लेकिन सरकार के पतन के बाद भाजपा सरकार ने इस बढ़ी हुई राशि का भुगतान नहीं किया है। इसी के चलते करीब चार महीने से ईमाम-मुअज्जिन को वेतन भी नहीं मिल पाया है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए भाजपा सरकार ने वेतन राशि जारी करने का ऐलान कर दिया है।

मियां का था ख्वाब

राजधानी के सर्वमान्य आलिम पीर सिराज मियां साहब मुजद्दीदी ईमाम-मुअज्जिन के इन हालात को लेकर चिंतित भी थे और उनके लिए बहुत कुछ करने की उनकी तमन्ना भी थी। बताया जाता है कि उनकी कोशिशों और सहयोग से ही एबी अस्पताल वजूद में आया, जिससे उन्होंने मुफलिसी में जीने वाले ईमाम-मुअज्जिन को बेहतर इलाज दिलाने की पहल की थी। चंद माह पहले पीर साहब का इंतकाल होने के बाद इस योजना को आकार देने की पहल की गई और मसाजिद कमेटी ने एबी अस्पताल के साथ यह करार कर सेवा का काम शुरू किया है।

 

रिपोर्ट, ख़ान आशू

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