चारा घोटाला मामले में लालू यादव को सजा सुनाने वाले जज शिवपाल सिंह ने जानकारी दी है कि 23 दिसंबर को एसडीएम जालौन ने उन्हें कॉल किया था. उन्होंने सीयूजी नंबर से फोन कर मुझसे पूछा था कि आप लालू जी का केस देख रहे हैं. केस का ध्यान रखिएगा, बाकी आपकी जमीन का विवाद हम जल्द सुलझा देंगे. जज शिवपाल सिंह ने यह भी कहा कि जालौन डीएम मन्नान अख्तर और एसडीएम भैरपाल सिंह ने आपस में साठ-गांठ कर उनकी जमीन का विवाद सुलझा नहीं रहे थे. इसके बावजूद जज शिवपाल सिंह ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच हो रही है और दोषियों पर कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी.

इस मामले के सामने आने के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी के कमिश्‍नर को जांच के आदेश दिए हैं और दो दिनों के अंदर रिपोर्ट तलब किया है. गौरतलब है कि लालू यादव चारा घोटाले के मामले में जेल में हैं, जिन्हें साढ़े तीन साल की सजा सुनाई गई है.

जज शिवपाल सिंह जालौन के शेखपुर खुर्द गांव के निवासी हैं. वहां उनकी पुश्तैनी जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. उनकी जमीन पर उनके रिश्तेदारों ने चकरोड बना दिया था.   जज शिवपाल सिंह 11 सालों से इस मामले को लेकर जिले के डीएम और एसपी के संपर्क में थे, लेकिन कोई मदद नहीं मिली थी. इतना ही नहीं तत्कालीन डीएम मन्नान ने उन्हें यह भी नसीहत दी थी कि जाइए, पहले कानून पढ़कर आइए, तब बात कीजिएगा.

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