BJP और RSS में वर्चस्व की आंतरिक कलह अप्रत्यक्ष रुप से सामने आती रही है, लेकिन ये भी जगजाहिर है कि चुनाव के दर्मियान संघ BJP के लिए जमकर मेहनत करता है। इसबार संघ के कई बड़े नेता मोदी सरकार से नाराज हैं, जो पिछले दिनों साफतौर पर दिखाई भी दिया था। इसलिए अब RSS को मनाने का बीड़ा BJP अध्यक्ष अमित शाह को दिया गया है।
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव में आरएसएस से उनका समर्थन मांगा है। शाह ने ग्वालियर के केदारधाम में सरस्वती शिशु मंदिर में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक के दौरान पदाधिकारियों से मुलाकात की। चुनाव आयोग ने 17वां लोकसभा का चुनाव सात चरण में 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कराने का फैसला किया है।
सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने इस बात की घोषणा रविवार को की। लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा होने के कुछ घंटे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव में आरएसएस से उनका समर्थन मांगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या शाह ने चुनाव के लिए संघ का समर्थन मांगा, आरएसएस सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने मीडियाकर्मियों से कहा कि एक राजनीतिक दल के नेता के रूप में, यह शाह का काम है कि वे सभी से समर्थन मांगें। जोशी ने कहा, “उन्होंने हमसे भी समर्थन मांगा है। बता दें मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार को कहा कि चुनावी कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है और यह सरकार और राजनीतिक पार्टियों पर तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। आदर्श आचार संहिता लागू हो जाने के बाद सरकार न तो कोई नीतिगत निर्णय ले सकती है और न किसी नई परियोजना की घोषणा ही कर सकती है।
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