रांची: चारा घोटाले के आरोप में सज़ा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव इन दिनों रांची के रिम्‍स में इलाजरत हैं। यहीं वो अपने परिवार और परिचितों से मुलाक़ात भी कर सकते थे, लेकिन अब चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सेज या पराया किसी से नहीं मिल सकते। बिरसा मुंडा जेल ने यहां पेइंग वार्ड ए 11 में भर्ती लालू से किसी के भी मिलने पर पाबंदी लगाई दी है। इस शनिवार को लालू से कोई मुलाकाती नहीं होगी। जेल प्रशासन की ओर से मुलाकात बंद करने से संबंधित नोटिस भी दीवरों पर चिपकाया गया है।

बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार के जेल अधीक्षक ने बताया कि, ये पाबंदी कई पहलुओं की जांच के बाद लगाया गया है। अधीक्षाक के मुताबिक, विधि-व्‍यवस्‍था की समस्‍या के कारण सजावार बंदी लालू प्रसाद यादव से मुलाकात पर रोक लगाई गई है। फिलहाल यह रोक शनिवार 20 अप्रैल तक के लिए ही लगाई गई है। बता दें कि इन दिनों राष्‍ट्रीय जनता दल के अध्‍यक्ष लालू प्रसाद यादव पर बीमारी के नाम पर अस्‍पताल में भर्ती रहकर राजनीति करने का चौतरफा आरोप लग रहा है।

इससे पहले जदयू ने ये आरोप लगाया था की लालू यादव जेल से पार्टी चला रहे हैं। लगतार वो जेल से फोन पर राजनीतिक नसीहतें दे रहें हैं। बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने भी लालू पर जेल से लोकसभा चुनाव प्रभावित करने और सियासत करने की शिकायत सार्वजनिक रूप से की थी। इस बीच लालू की सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका का विरोध करते हुए केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ ने भी लालू पर अस्‍पताल से राजनीति करने को लेकर हलफनामा दायर किया था।  जदयू ने लालू प्रसाद यादव की ओर से लोकसभा चुनावों में राजद के उम्‍मीदवारों को हस्‍ताक्षरित सिंबल और लेटर दिए जाने पर आपत्ति उठाई है। पार्टी ने जेल में बंद लालू द्वारा हस्‍ताक्षरित राजद प्रत्‍याशियों के नामांकन प्रपत्र को खारिज करने की मांग चुनाव आयोग से की है।

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