लोक सभा चुनाव 2019 के ख़त्म होते ही पंजाब कांग्रेस में बगवात के स्वर उठने लगे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कप्तान अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिसके बाद ये लग रहा है की नवजोत सिंह सिद्धू पर गाज गिर सकती है। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बयान कैप्टन मंत्रिमंडल के कई मंत्री ने सिद्धू के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं। सूत्र बताते हैं कि, 23 मई के बाद सिद्धू के बारे में बड़ा फैसला करेगी और उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की संभावना है।

दरअसल बठिंडा में शुक्रवार को राजा वड़िंग के हक में चुनाव प्रचार करने आए नवजोत सिंह सिद्धू ने एक तीर से दो निशाने लगाए। उन्होंने अपनी हर बात में बादलों के साथ-साथ अप्रत्यक्ष तौर पर कैप्टन को भी घेरा। बिना नाम लिए वह बार-बार बेअदबी और चुनाव में मिलकर 75-25 का मैच खेलने की बात कर लोगों को इस बार इन्हें मजा चखाने की बात कहते रहे।

सिद्धू ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं सीटें न मिलीं तो इस्तीफा दे देंगे, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि सिद्धू तो पहले ही राज्यसभा छोड़कर बैठा है, बेअदबी करने वालों को सजा न दी तो इस्तीफा सिद्धू देगा। कैप्टन की तरफ से एक दिन पहले बयान दिया था कि पार्टी का सफाया हुआ तो इस्तीफा दे दूंगा। सिद्धू ने कहा कि बादल और उनके साथी 75-25 का मिलकर मैच खेलते हैं, इस बार 23 मई, बीबी गई का स्लोगन लेकर चलो ताकि मैच फिक्स करने वालों की आंखे खुली रह जाएं। उन्होंने कहा कि वोट के लिए जिन्होंने गुरु रोल दिया, उन्हें कभी माफ न करें।

पूरे मामले में सिद्धू मतदान से पूर्व बठिंडा में जनसभा में दिए भाषण को लेकर कांग्रेस में घिरते दिख रहे हैं। अब तक सिद्धू के अपने खिलाफ बयानों की काफी हद तक अनदेखी करते रहे कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने अब अपना रुख कड़ा कर लिया है। इसके बाद कांग्रेस के तेवर भी सख्‍त दिख रहे हैं। सिद्धू के खिलाफ राज्‍य के कई मंत्री भी सामने आ गए हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस की पंजाब प्रभारी आशा कुमारी ने कहा है कि सिद्धू के खिलाफ काफी शिकायतें मिली हैं। चुनाव प्रक्रिया के बाद सिद्धू के मामले में पार्टी विचार किया गया है।

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