Air-Asia

प्राइवेट एयरलाइन कंपनी एयर एशिया को लेकर बड़ी खबर आ रही हैं कि एयर एशिया कंपनी अंतरराष्ट्रीय लाइसेंस पाने के लिए सरकार के नियमों के कथित उल्लंघन करने और मंत्रियों को कथित रिश्वत देने के मामले में फंस गई हैं. जी हां, एयर एशिया द्वारा यूपीए सरकार के एक उड्डयन मंत्री को 50 लाख डॉलर की रिश्वत दी गई.

दरअसल इस बात का खुलासा एयर एशिया के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) मृत्युंजय चंदेलिया ने किया है. चंदेलिया ने बताया कि तत्कालीन उड्डयन मंत्री को सिंगापुर के बैंक के जरिये ये रिश्वत दी गई.

बता दें कि सीबीआई अब इस मामले में यूपीए-2 सरकार में मंत्री रहे दो नेताओं की भूमिका की जांच करने की तैयारी में है. हालांकि एयर एशिया ने इन सारे आरोपों को खारिज किया है.

इस मामले के सामने आने के बाद सीबीआई ने अंतरराष्ट्रीय उड़ान लाइसेंस पाने के लिए नियमों के कथित उल्लंघन को लेकर केस दर्ज किया है. सीबीआई की एफआईआर में एयर एशिया मलेशिया के समूह सीईओ एंथनी फ्रांसिस ‘टोनी’ फर्नांडीज के अलावा ट्रैवल फूड के मालिक सुनील कपूर, एयर एशिया के निदेशक आर. वेंकटरमण, एविएशन एडवाइजर दीपक तलवार, सिंगापुर की एसएनआर ट्रेडिंग के निदेशक राजेंद्र दुबे और अज्ञात सरकारी कर्मचारियों के नाम एफआईआर में शामिल हैं.

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बुधवार को केस से संबंधित सबूतों की तलास में एयर एशिया के दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई के ठिकानों पर छापे डाले। इस केस में अधिकारियों के ईमेल, रिश्वत और सरकारी नोट्स सीबीआई के लिए अहम सुराग साबित हो सकते हैं.

सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि यह मामला लाइसेंस पाने के लिए कंपनी की तरफ से 5/20 नियम के कथित उल्लंघन से जुड़ा है. एविएशन सेक्टर में 5/20 नियम का मतलब किसी कंपनी के लिए पांच साल का अनुभव और 20 विमानों का बेड़ा होना अनिवार्य है, तभी वह अंतरराष्ट्रीय उड़ान परिचालन कर सकती है.

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